देश को जब से डिजिटल बनाने की शुरुआत हुई है देश में विकसित देशों के तर्ज पर बदलाव भी दिखाई देने लगे हैं. पीएम मोदी ने इसके लिए युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा हुआ है. इसी कड़ी में अब देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में रोजाना बदलाव करने की तैयारी हो रही है. ऐसा विकसित देशों में भी किया जाता है. कंपनियां ऐसा इसलिए सोच रही हैं क्योंकि आज देश के ज्यादातर पेट्रोल पंप डिजिटल माध्यम से जुड़ चुके हैं. और रोजाना होनेवाली कीमतों में बदलाव से पेट्रोल पंप मालिकों पर अतिरिक्त भार भी नहीं पड़ेगा. अभी 15 दिनों में तेल की कीमत में बदलाव होता है. अपनी इस योजना को लेकर तेल कंपनियों के अधिकारियों ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात भी की थी.
एक अदिकारी ने बताया कि रोजाना तेल की कीमतों में बदलाव की योजना पर पिछले कुछ समय से चर्चा चल रही है. ये संभव इसलिए हो सकता है क्योंकि अब इसे लागू करने के लिए हमारे पास टेक्नॉलजी है. ज्यादातर फिलिंग स्टेशनों पर ऑटोमेशन, डिजिटल टेक्नॉलजी की अवेलेबिलिटि और सोशल नेटवर्क्स ने कंपनियों के देशभर के 53,000 पेट्रोल पंपों पर कीमतों में बदलाव को लागू करना काफी आसान बना दिया है.
पहले ऐसा कर पाना बेहद मुश्किल था. पहले डिलर्स को तेल की कीमतों के बारे में कंपनियों से फोन कॉल और फैक्स आने का इंतजार करना पड़ता था. इसी वजह से उस वक्त डेली प्राइस रिविजन काफी मुश्किल था. लेकिन अब ऐसा किया जा सकता है. तेल कंपिनियों के अधिकारियों ने बताया कि डेली प्राइस रिवीजन से इंडियन फ्यूल मार्केट इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स का बन जाएगा. नया सिस्टम कस्टमर्स और डीलर्स दोनों के लिए फायदेमंद होगा.