आज बापू नादकर्णी का जन्मदिन है। आज वे आज 84 साल के हो गए। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बापू ऐसा नाम है, जो अद्भुत रिकॉर्ड रखते हैं। उन्हें सबसे कंजूस गेंदबाज के तौर पर भी जाना जाता है। बापू ने अपने लेफ्ट आर्म स्पिन के जादू की बदौलत 1964 में मद्रास टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ एक के बाद एक 131 गेंदें फेंकीं, जिन पर एक भी रन नहीं बना।
उस पारी में उन्होंने 32 ओवर में 27 मेडन फेंके, जिनमें 21 लगातार थे और 5 रन ही दिए। उनका गेंदबाजी विश्लेषण रहा -32-27-5-0। बापू नादकर्णी अक्सर नेट्स पर सिक्का रखकर गेंदबाजी करते थे। उनकी बाएं हाथ की फिरकी इतनी सधी थी कि गेंद वहीं पर गिरती थी।
बापू नाडकर्णी ने 41 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 29।07 की औसत से 88 विकट चटकाए। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 1।67 का रहा।