आप माने या न माने पर हमारे खाने का हमारे मूड पर बहुत असर पड़ता है. जैसे हम दुखी है तो अपना पसंदीदा खाना खा कार खुस हो जाते हैं. कभी मूड ऑफ है तो चोकलेट खाते है और अच्चा महसूस करते है. मूड के साथ-साथ अगर खाना भी कम अच्चा है तो मूड और भी ख़राब हो जाता है. यहाँ तक की चोकलेट खाते ही टूटे दिलों का भी इलाज हो जाता है. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आगे पढ़ें. अलग-अलग खाना हमारे अलग-अलग मूड्स को सही करने में कारगर है तो मूड ख़राब करने में भी कारगर है. कभी आप दुखी हों तो खाने पर टूट पड़िए, आप अच्चा महसूस करेंगें.
लेकिन खाने की कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जो मूड अच्छा करने के बजाए मूड की बैंड बजा देते हैं. उन खतरनाक चीजों में से एक है चीनी. अगर आप सोच रहे हैं कि मीठा खाने से वजन बढ़ता है जैसी घिसी-पिटी बात हम बताने जा रहे हैं. तो रूकिए. क्या आपको पता है कि चीनी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है?
अगर आप चिंतित हैं, परेशान हैं तो चीनी आखिरी चीज है जिसके शरण में आपको जाना चाहिए. इसके पहले भी स्टडी में इस बात का पता चला है कि चीनी खाने और चिंता के बीच सीधा संबंध है. 2009 में चूहों पर एक स्टडी की गई थी. इस स्टडी में कुछ चूहों को चीनी और कुछ को हाई एंटी-ऑक्सिडेंट युक्त शहद खिलाई गई. रिजल्ट में ये पाया गया कि जिन चूहों को चीनी खिलाए चूहों में चिंता और तनाव से ग्रसित होने के चांस ज्यादा थे.
जब आप ज्यादा चीनी खाते हैं तो इस बात के बहुत आसार हैं कि आप चिड़चिड़े और अस्थिर हो जाएंगे. ज्यादा चीनी तनाव तो पैदा कर ही सकती है साथ ही शरीर में कंपन की दिक्कत भी हो सकती है.
जी हां आपने सही सुना. अगर आपको हमेशा, हर बात पर चिंतित रहने की आदत है या फिर आप डिप्रेस्ड फील करते हैं तो मीठा इस फीलिंग बढ़ा सकता है. अगर आप डिप्रेशन या फिर चिंतित रहते हैं तो केक और मुंह में पानी लाने वाले गुलाब जामुन इस स्थिति को और खराब कर सकते हैं. अगर आपको अभी भी ये मजाक लग रहा है तो पढ़िए वो तीन कारण जिनके आधार पर ये रिजल्ट सामने आया है.