काजू की खेती से बैतूल जिले के शाहपुर ब्लाक में आने वाले ग्राम अड़माढाना की तस्वीर बदलने लगी है. यहाँ के आदिवासी किसानों के घरों में बोरिया में क्विंटलों से काजू भरा पड़ा है. काजू ड्राय फूड्स में सबसे मंहगा बिकती है. जिसकी खेती इस गांव में की जा रही है.
गौरतलब है की करीब 6 साल पहले गांव के हर घर में बाड़ी परियोजना के माध्यम से पौधरोपण किया गया था. जिसका फल गांव के किसानों को आज प्राप्त हो रहा है. हालाँकि किसानों को काजू की खेती से खासा मुनाफा नहीं हो पा रहा है.
जिले के मौसम को देखते हुए काजू का उत्पादन किया जाना संभव है. इसी के चलते बाड़ी परियोजना की शुरूआत में किसानों को आम और काजू के पौधे देकर उनके खेतों में रोपे गए हैं. 6 साल बीत जाने के बाद काजू के पौधों में फूल और फल लगने शुरू हो गए. अब तो यह हालत है कि हर किसान के पास अन्य फसलों की तरह ही काजू की भी उपज घर में भरी हुई है.