मोदी सरकार खाने की बर्बादी को लेकर जल्द ही कानून लाने वाली है जिसमें होटल और रेस्त्रां में खाने की एक सीमित मात्रा ही परोसी जा सकेगी। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौरान भी खाने की बर्बादी का मुद्दा उठाते हुए चिंता जताई थी। इस मामले में रामविलास पासवान का कहना है कि अगर कोई दो इडली खाता है, तो उसे चार इडली क्यों परोसी जाए। ये भोजन और पैसों दोनों की बर्बादी है।
पासवान ने कहा कि मेरा निजी अनुभव है, कई बार रेस्टोरेंट में पानी की बोतल का दाम कुछ और होता है, बाहर कुछ और है, या प्लेन में कुछ और है। कई बार खाना खाने जाते हैं तो देखते हैं कि खाने की बर्बादी होती है। अपने गरीब मुल्क में जहां लोग भूखे रहते हैं, वहां खाने की बर्बादी इस तरह से ठीक नहीं है, इसलिए हमने कंज्यूमर के हित में यह कदम उठाया है।
आगे उन्होंने कहा कि खाने की बर्बादी को लेकर पीएम चिंतित हैं इसलिए हम होटल और रेस्त्रां मालिकों को दिशानिर्देश जारी करेंगे जिसमें खाने की मात्रा तय होगी।