उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के एक चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को कथित रूप से हिंदू युवा वाहिनी संगठन द्वारा रुकवा दिया गया। संगठन ने आरोप लगाया था कि चर्च में प्रार्थना सभा की आड़ धर्मांतरण का काम चल रहा था। यह घटना शुक्रवार की है। महाराजगंज जिले के धतौली में बने चर्च में तकरीबन 100 से 150 लोग प्रार्थना के लिए पहुंचे हुए थे। जिसमें 11 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे, जोकि यूपी घूमने के लिए आए हुए थे।
चर्च के खिलाफ हिंदू वाहिनी द्वारा की गई शिकायत के बाद ही पुलिस ने प्रार्थना रुकवाई। आपको बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक यूपी के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। चर्च में रोके गए अमेरिकी टूरिस्ट्सों के पासपोर्ट सही पाए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
संगठन ने आरोप लगाया कि पैसे के बल पर हिंदुओं को बहला-फुसलाकर ईसाई बनाया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ चर्च के लोगों ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। पादरी एडम ने कहा कि उनपर लगे सभी आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना में आने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया गया था और चर्च में प्रार्थना के अलावा और कुछ नहीं हुआ।