आपने अक्सर सुना होगा कि अगर जेल के भीतर किसी अपराधी का व्यवहार अच्छा रहता है तो उसे जेल से जल्दी रिहा कर दिया जाता है या उसकी सजा कम कर दी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं थाईलैंड की जेलों में ऐसा नहीं होता. यहां अगर कोई अपराधी जेल से जल्दी रिहा होना चाहता है तो उसे लड़ना पड़ता है. थाईलैंड में खूंखार अपराधियों को प्रोफेशनल फाइटर्स के साथ लड़ना होता है. अगर वे जीत जाते हैं तो उन्हें रिहा कर दिया जाता है.
उत्तरी थाईलैंड की खाओ प्रिक जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहे अपराधी नोय खाओपान को सजा पूरी होने से 6 साल पहले ही हाल ही में छोड़ दिया गया. नोय ने जेल से छूटने के लिए होने वाली लड़ाई में पेशेवर लड़ाके कनसस को हरा दिया.
नोय ने नशे की हालत 2010 में हाईस्कूल में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट के सिर में चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी थी. जिसके बाद उसे कोर्ट ने 11 साल की सजा सुनाई थी. लेकिन इस लड़ाई को जीतने के बाद उसे 6 साल पहले रिहा कर दिया गया है.
नोय ने कहा कि उस समय में वह नशे में था और आत्म नियंत्रण खो बैठा था इस वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया. नोय को अपने किये पर पछतावा है. उसने कहा “मुझे इस दुनिया में सबकी माफी की कोई जरूरत नहीं है, बस मुझे मेरे माता पिता माफ कर दें इतना मेरे लिए काफी होगा.”
नोय की इस लाइफ पर Showtime वेबसाइट ने 86 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म “Prison Fighters: 5 Rounds to Freedom” भी बनाई है. थाईलैंड में क्षमा करने के लिए आपनाया जाने वाला यह बेहद अनूठा तरीका है जहां हिंसा से ही आपको अपने गुनाहों की माफी मिलती है. इस तरह की लड़ाई में कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं. बता दें इसी तरह की लड़ाई में जीते एक अपराधी ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में बॉक्सिंग में थाईलैंड का प्रतिनिधित्व भी किया था.