बिहार के बक्सर में एक अलग मामला देखने को मिला, जहां पर एक ट्रेन ड्राइवर गाड़ी को पटरी पर बीच में खड़ा कर वहां से गायब हो गया. जब उसके गायब होने की जांच की गई तो पता चला कि वह नहाने और खाना खाने के लिए ट्रेन को बीच में खड़ा करके चला गया था. वह 2 घंटे बाद लौटकर आया. इस बीच पूरी ट्रेन ड्राइवर का इंतजार करती रही. यह मामला मंगलवार का है. रेलवे स्टेशन पर दर्ज समय के मुताबिक 63227 अप अपने निर्धारित समय 11:00 बजे से 5 मिनट पूर्व 10:55 में ही पहुंची थी. जिसे निर्धारित समयानुसार 11:05 में बक्सर स्टेशन छोड़ना था. पैनल कंट्रोलर की ओर से ट्रेन का सिग्नल दिन के 11 बजकर 21 मिनट पर दे दिया गया, लेकिन, जब ट्रेन 20 मिनट बाद भी स्टेशन से नहीं गई तो पैनल कंट्रोलर ने अनाउंस कराया कि पटना से मुगलसराय जाने वाली 63227 अप के ड्राइवर ट्रेन का सिग्नल हो गया है, गाडी स्टार्ट करें.
जब इसके बाद भी ड्राइवर और गार्ड की ओर से इस बात का कोई असर हुआ तो कंट्रोल रूम ट्रेन ड्राइवर और गार्ड की तलाश शुरू की गई. तब ये पता चला कि ट्रेन के ड्राइवर एमके सिंह नहाने-खाने के लिए घर गए हैं. उनके आने पर ही ट्रेन आगे जा पाएगी. इस बात की सूचना मिलने पर यात्रियों ने पैनल रूम में जाकर हंगामा किया. पैसेंजर ट्रेन डाउन लाइन के 2 नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी थी. इस वजह से पटना-अहमदाबाद व राजेंद्रनगर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म संख्या तीन से गुजरी. लेकिन बक्सर स्टेशन पर यह ट्रेन 2 घंटे 12 मिनट तक खड़ी रही.
यात्रियों के आक्रोश के बाद किसी तरह ड्राइवर को बुलाया गया. ट्रेन बक्सर स्टेशन से 1 बजकर 17 मिनट पर रवाना किया गया. पैनल कंट्रोलर जितेंद्र कुमार प्रसाद ने बताया कि ड्राइवर और गार्ड के नहीं रहने से ट्रेन के जाने में देरी हुई है. यात्रियों के दबाव में पैनल कंट्रोलर जितेंद्र कुमार प्रसाद ने फिर अनाउंस करवाया कि उक्त ट्रेन के ड्राइवर खाना खाने चले गए हैं.