आजादी के 70 साल बाद आधारभूत ढांचे की बदहाल दशा तमाम सवाल उठाने वाली है. देश में काम कर रहे 47 हवाई अड्डों में से 35 में रात के समय विमान उतारने की सुविधा है ही नहीं. यह जानकारी लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने दी है.
प्रश्नकाल में एक सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि देश में कुल 47 लाइसेंस प्राप्त हवाई अड्डे हैं. इनमें से 35 हवाई अड्डों ने इस सुविधा के लिए आवेदन किया है. उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि देश के नागरिक उपयोग के कितने हवाई अड्डों पर रात में विमान उतारने की सुविधा है.
राजू ने भाजपा सांसद अभिषेक सिंह के उक्त कथन की चर्चा की जिसमें कहा गया है कि एयरपोर्ट जानवरों के चरने के लिए नहीं हैं बल्कि उनका विमानों के उतरने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए. मंत्री ने कहा, केंद्र सरकार उड्डयन क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम कर रही है. भारत का उड्डयन क्षेत्र आर्थिक परिप्रेक्ष्य में दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता बाजार है.
उल्लेखनीय है कि देश में 23 हवाई अड्डे ऐसे हैं जहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जाती-आती हैं. नई दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डों से दक्षिण एशिया का आधे से ज्यादा हवाई यातायात संचालित होता है. बावजूद इसके अंतरराष्ट्रीय सेवा देने वाले हवाई अड्डों पर भी रात में विमान उतारने की सुविधा का अभाव है.