हां तो जनाब एक बार फिर से भारतीय सेंसर बोर्ड के कर्ताधर्ता हम बात कर रहे है सेंसर चीफ पहलाज निहलानी के बारे में जो के एक बार फिर से सुर्खियों में बन आए है. जी हां देखा जाए तो पूर्व में हमे खबरो के मुताबिक पता चला था कि, निहलानी ने हाल ही में मीडिया में बयान दिया था कि, ‘अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में हिस्सा लेने वाली भारतीय फिल्मों के लिए सेंसर बोर्ड के सर्टिफिकेट को अनिवार्य बनाने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है.
शायद पहले ऐसा करने पर कोई ऐक्शन नहीं लिया गया इसलिए फिल्मकार प्रड्यूसर और डायरेक्टर बिना सेंसर बोर्ड की अनुमति के इंटरनैशनल लेवल पर नाम कमाने के लिए अपनी फिल्मों को ले जा रहे हैं, इसको बदलने की जरूरत है.’ बता दे कि, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी के द्वारा अमर्त्य सेन पर बने वृत्तचित्र को सेंसर बोर्ड की मंजूरी न दिए जाने के बाद उनके लिए विरोध के स्वर और भी मुखर हो गए है.
तथा अब एक बार फिर से सेंसर चीफ निहलानी व IIFA के आयोजकों के बीच में नया पंगा हमे सुनने को मिल रहा है. जी हां बता दे कि, सीबीएफसी चीफ पहलाज निहलानी ने IIFA के आयोजकों को कार्यक्रम के दौरान उनका मजाक बनाने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है. निहलानी ने आरोप लगाया है कि एक्ट के दौरान रितेश देशमुख और मनीष पॉल ने उनकी तस्वीरों का दुरुपयोग किया है और उन्हें वॉचमैन भी कहा है. नोटिस में आईफा आयोजकों से माफी मांगने के लिए कहा है. साथ ही ऐसी हरकत भविष्य में ना करने के वादा की भी मांग की है.