बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान को भले ही उनकी बेजोड़ अभिनय प्रतिभा के लिए जाना जाता हो लेकिन एक समय वह इतने शर्मीले थे कि लोगों का उनपर ध्यान तक नहीं जाता था। अभिनेता ने कहा कि उनके शिक्षक कक्षा में सही से उनकी आवाज ना सुनायी देने के कारण अकसर उन्हें डांट लगाते थे।
उन्होंने कहा, मेरे सहपाठियों को पता तक नहीं था कि मैं स्कूल में हूं भी या नहीं। मुझ पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता था। जब शिक्षक मेरा नाम पूछते थे, मैं खडे होकर बताता था लेकिन वह सुन नहीं पाते थे। मुझे अकसर डांटकर कहा जाता था ‘जोर से बोलो, अपना नाम बताओ। मैं काफी शर्मीला था।’ अभिनेता अपनी आगामी फिल्म हिंदी मीडियम का ट्रेलर जारी किए जाने के मौके पर बोल रहे थे। फिल्म 12 मई को रिलीज हो रही है।
हालांकि ‘पीकू’ फिल्म के अभिनेता ने कहा कि बचपन में वह सोचते थे कि वह तेजी से बडे हो जाएं ताकि उन्हें स्कूल ना जाना पडे।साकेत चौधरी के निर्देशन में बनी फिल्म में इरफान के साथ पाकिस्तानी अभिनेत्री सबा कमर मुख्य भूमिका में हैं। दोनों एक बच्ची के माता पिता बने हैं जो उसके लिए सबसे अच्छी शिक्षा चाहते हैं।