इस बच्ची की माँ पैस्ले का कहना था कि उनकी बेटी पर वह जीभ ऐसी दिख रही थी मानों की किसी बडे व्यक्ति को जीभ उसे लगा दी हो. उनके घर में जब एक बेटी पैदा हुई तो वह दुखी थे इसलिए नहीं कि उनके घर में एक बेटी पैदा हुई थी, बल्कि इसलिए उनकी बेटी की जीभ काफी बङी थी. जिसकी वजह से उनकी बेटी को भी घुटन सी महसूस होती थी.
डॉक्टरों का मानना है कि 14,000 जन्मे नवजातों में से सिर्फ एक को ऐसी बीमारी का सामना करना पङता है. इस बच्ची ने कम से कम 3 साल आधा महीना आईसीयू में बिताया था. लेकिन जब पैस्ले 6 महीने की थी तो उसकी पहली सर्जरी सफल रही. जिसके बाद अब वह बाकि बच्चों की तरह खा पी सकती है. यहां तक कि वह अब कुछ शब्दों को बोलने भी लगी हैं. पैस्ले की इस मुस्कुराहट देखकर कोई भी अपना प्यार उसके प्रति शायद ही रोक पाएगा.