इस साल मार्च में ही में गर्मी ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है और भारत के कुछ राज्यो में लोग लू की चपेट में आ गए है। पिछले कुछ दिनों से पारा 40 पार कर गया है। देश की राजधानी दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र, यूपी, राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में पारा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार गर्मी 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ देगी। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि इस भयंकर तपा देने वाली गर्मी में कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं और आपको इनसे कैसे बचना है।
-यूके बेस्ट नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार हाई टेम्प्रेचर होने पर हीट स्ट्रोक और हीट इग्ज़ॉस्चन दो मेजर रिस्क होते हैं।
-लगातार हाई टेम्प्रेचर में रहने से लगातार बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ता रहा है जिससे हीट क्रैम्प्स और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
-तेज गर्मी में ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है जो कि हार्ट के लिए नुकसानदायक है।
-शरीर में पानी की कमी यानि डिहाइड्रेशन हो सकता है जिससे चक्कर आना, जी मिचलाना और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है।
अचानक से गर्मी बढ़ने पर होते हैं ये नुकसान
-एक रिपोर्ट के अनुसार अचानक गर्मी बढ़ने से हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है। मौसम बदलने और अचानक गर्मी बढ़ने से दिन गर्म हो जाते हैं, हृयूमिडिटी बढ़ जाती है और गर्म हवाएं तेज चलने लगती हैं। गर्मी एक्ट्रीम होने पर हीट स्ट्रोक के साथ ही क्रोनिक हार्ट डिजीज होने लगती हैं।
-तेज गर्मी बढ़ने से सिर्फ घर के बाहर रहने वाले लोगों पर ही नहीं बल्कि युग चिल्ड्रंस, ओल्डर एडल्ट्स और ऐसे लोग जो रेगुलर मेडिसिन ले रहे हैं उन पर भी इफेक्ट पड़ता है क्योंकि ऐसे लोग अपने बॉडी टेम्प्रेचर को रेगुलेट नहीं कर पाते।
-बहुत ज्यादा हीट होने से एयर क्वालिटी, एयर पॉल्यूशन भी इफेक्ट होता है। हीट बढ़ने से संक्रामक रोगों का प्रसार बहुत होता है। तेज गर्मी में मच्छर भी बहुत पनपते हैं। ऐसे में डेंगू फीवर, चिकनगुनिया, मलेरिया वायरस बहुत तेजी से फैलते हैं।
-फूड बोर्न प्रॉब्लम्स जैसे फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है। दरअसल, गर्मियों में फूड जल्दी खराब हो जाते हैं। फूड में जल्दी ही जर्म्स और बैक्टीरिया की वजह से फूड खराब हो जाता है।