जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सेना प्रमुख बिपिन रावत से मुलाकात के दौरान कश्मीरी व्यक्ति को जीप से बांधकर घुमाने के वीडियो की जांच जल्द कराने की मांग की है. महबूबा ने बिपिन रावत से दोषी सैनिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. महबूबा ने कहा, “नुकसान की भरपाई के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं. डंडे से कुछ नहीं निकलेगा.” हालांकि आधे घंटे की इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है. जनरल रावत ने महबूबा को घाटी की स्थिति के बारे में बताया और उन्हें बड़गाम में एक व्यक्ति को गाड़ी के अगले हिस्से में बांधकर घुमाने के कत्य के लिए जिम्मेदार सैन्यकर्मियों पर समय रहते कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सूत्रों के अनुसार सेना के अधिकारियों ने जांच दल को बताया कि उन्हें एक मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस ने भीड़ से उन्हें बचाने के लिए कॉल किया क्योंकि भीड़ उन्हें मारने पर उतारू थी. कांडीपुरा से सैन्य काफिला पहुंचा और उसने 36 साल के फारूक डार को सैन्य जीप से बांध दिया. इस घटना का अज्ञात लोगों ने वीडियो बना लिया. पथराव करने वालों के खिलाफ कवच के तौर पर डार का इस्तेमाल करने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया.
दावा किया गया है कि जांच के दौरान डार ने बताया कि वोट डालने के बाद वह मृत्यु शोक में शामिल होने के लिए अपनी बहन के घर जा रहा था, तब उसे उठा लिया गया. इससे पहले पश्चिम कमान की जम्मू स्थित नौवीं कोर की यात्रा पर आए सेना प्रमुख ने राज्यपाल एन एन वोहरा से भेंट की थी और उन्हें सीमा पर एवं आगामी अमरनाथ यात्रा के सिलसिले में स्थिति से अवगत कराया.