10 फीसदी ईसाइयों की जनसंख्या वाले मिस्र के तंता शहर के एक चर्च में रविवार को बम धमाका हुआ. इसमें कम से कम 21 लोगों की मौत व 40 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है. यह धमाका ऐसे समय में हुआ जब ईस्टर से पहले का रविवार होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु चर्च में मौजूद थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिस्र में ईसाई समुदाय को प्रताड़ित करने का यह ताजा उदाहरण है.
ईसाइयों की जनसंख्या कम होने से यहां मुस्लिम कट्टरपंथी लगातार हमले कर ईसाई समुदाय के लोगों को शिकार बनाते रहते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तरी मिस्र के तंता शहर में पाम रविवार को एक कॉप्टिक चर्च में विस्फोट हुआ. विस्फोट के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन हाल के वर्षों में इस्लामवादी आतंकवादी मिस्र के अल्पसंख्यक ईसाइयों को निशाना बनाते रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर में भी काहिरा के एक कॉप्टिक कैथ्रेडल में हुए बम विस्फोट में 25 लोग मारे गए थे. मिस्र में ऐसी घटनाएं 2013 में राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के तख्ता पलट कर दिए जाने के बाद से ही हो रही हैं.