एंटी रोमियो स्वायड की जरुरतों के बीच केंद्रीय मंत्री मेनिका गांधी ने कहा कि हिंदी फिल्मों में हीरो जिस लड़की को छेड़ता है बाद में वही लड़की उसे प्यार कर ही होती है. महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों के लिए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने फिल्मों को दोषी ठहराया है. उहोंने पुरुषों के कमजोर होने को भी अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया है. एक कार्यक्रम में बोलते हुए मेनका गांधी ने कहा कि आप कोई भी रोमांटिक हिंदी या रीजनल फिल्म उठाकर देख लीजिए.
फिल्म की शुरुआत लड़की को घूरने, उसका पीछा करने से होती है. दोस्तों का एक झुंड लड़की को फॉलो करता है. कई बार तो छींटाकशी भी करता है. उसे छूने की भी कोशिश करता है. यह पूरी प्रक्रिया चती रहती है. बाद में आप देखते हैं कि यह छेड़छाड़ और छींटाकशी प्यार में तब्दील हो जाती है. तो इस तरह से छींटाकशी को प्यार के इजहार करने का एक तरीका मान लिया जाता है. मालूम हो कि यूपी में योगी सरकार ने एंटी रोमियो स्वॉयड का गठन किया है. यह स्वॉयड उन मनचले लड़कों की खबर लेता है जो सरेआम लड़कियों को छेड़ते हैं.
हालांकि इस मामले में पुलिस द्वारा प्रेमी जोड़ों को परेशान करने के मामले भी सामने आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि फिल्मों के कुछ दृश्य जमीन पर विचार लेकर आते हैं और लोगों को प्रोत्साहित करते हैं कि इन चीजों को किया जाना चाहिए क्योंकि अभिनेता यह कर रहे हैं. इस बीच, एक अन्य महिला कार्यकर्ता आभा सिंह ने कहा कि यदि केंद्रीय मंत्री का मानना है कि बॉलीवुड की फिल्मों से हिंसा भड़कती है तो उन्हें अध्ययन करने के लिए एक बोर्ड की स्थापना करनी चाहिए और ठोस अनुशंसाएं करें जिन्हें लागू किया जा सकता है.