नवरात्र के दिनों में जब शक्ति की आराधना होती है तो उत्तर प्रदेश में बाह के खेड़ा राठौर क्षेत्र के गांव गोहरा में अनोखी परंपरा देखने को मिलती है.गांव में स्थित देवी मां की पूजा वहां का मुस्लिम परिवार भी करता है. गोहरा में मुस्लिम परिवार की बेटियां मां दुर्गा की पूजा उसी भाव से करती हैं, जैसे गांव के हिन्दू करते हैं.
वे गांव के पास बने चबूतरे पर विराजती मां काली को धूप-दीप दिखाती हैं और पत्र-पुष्प चढ़ाकर अपनी श्रद्धाभाव समर्पित करती हैं. नवरात्र के पहले दिन से ही इनकी पूजा शुरू होती है, जो रामनवमी तक चलती है. नूर मोहम्मद की बेटी नफीसा कहती है कि वो बचपन से ही देवी मां की पूजा करते आ रही है. इस काम में उसे बेहद आनंद आता है.
गांव के निवासी उगेश यादव बताते हैं कि हिन्दू बहुल इस गांव में नूर मोहम्मद का परिवार राजस्थान से आकर बसा है. वो लोग अपने पर्व -त्योहार तो मनाते ही हैं. साथ ही हिन्दू त्योहार भी मिल-जुलकर खुशी-खुशी मनाते हैं. नूर की बेटी नफीसा और चाचा ताई की बेटी भी देवी स्थान जाकर माता रानी की हर रोज पूजा करती है. गांव के लोगों को किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं होता. यह मुस्लिम परिवार पिछले कई सालों से होली, दिवाली और रक्षाबंधन जैसे त्योहार भी हिन्दू परिवारों के साथ मनाता है.