आज हम हमारे स्कूल टाइम को याद करते है तो आँखे नम हो जाती है, ऐसा लगता है जैसे कल की ही तो बात है. आज जब भी उन पलों को याद करो तो आँखों में एक अजीब सी चमक आ जाती है, चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है. आज भी उस वक़्त की बाते आँखों के सामने एक प्रतिबिम्ब सा बना देती है. जी हाँ और इस वक़्त को कहते है हम जिंदगी के सबसे खूबसूरत लम्हे “स्कूल की यादें” बात करे स्कूल की तो हर स्टूडेंट्स होनहार नहीं होता या हर स्टूडेंट्स उतना भी समझदार नही होता है जितने घरवाले उसे समझते है.
हर किसी में एक छुपा हुआ हुनर होता है. कोई पढाई में सबसे आगे होता है तो कोई बहुत पीछे. किसी को क्लास में मस्ती करना अच्छा लगता है तो किसी को चुप रहना. कुछ ऐसा ही नजर देखने को मिलता था हमारी एग्जाम में. वहां तो सबका हुनर जैसे जवाब दे देता हो तो कुछ ऐसे भी होनहार स्टूडेंट्स होते है जिनका हुनर यही सामने आता है. आइये देखते है कुछ ऐसे ही होनहार स्टूडेंट्स को….