अनुपम खेर ने कश्मीर में जवानों के साथ हुए बुरे बर्ताव को दिखाने वाले वीडियो पर चुप्पी साध लेने वाले लोगों की आलोचना की है। अनुपम खेर ने इन लोगों की आलोचना करते हुए कहा कि कई बार किसी के लिए राष्ट्रवाद दिखाना जरूरी हो जाता है। उनका कहना है, एक नई धारणा सामने आई है जिसके मुताबिक जो भी देश के लिए बोलता है उसे आरएसएस या भाजपा की ओर झुकाव रखने वाला बता दिया जाता है।
उन्होंने कहा, हम राष्ट्रवादी होने का ठप्पा नहीं रखते, हम अपने दिलों में राष्ट्रवाद को रखते हैं। लेकिन कई बार मुझे लगता है कि आपको अपना राष्ट्रवाद दिखाना जरूरी हो जाता है।उन्होंने हाल ही में जम्मू कश्मीर उपचुनाव कसीआरपीएफ जवानों के साथ हुए बुरे बर्ताव पर मौन रहने’’ को लेकर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की भी आलोचना की। उनका कहना है, ‘‘दुख की बात है कि हम जवानों को केवल वर्दी पहने एक व्यक्ति के तौर पर देखते हैं। हम उन्हें बेटों, पतियों और पिताओं के रूप में नहीं देखते।’’
अनुपन खेर ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के उस बयान को ‘‘अवास्तविक’’ और ‘‘बेवकूफी भरा’’ बताया, जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि कश्मीरी लोग सेना और आतंकवादियों, दोनों के हाथों मारे जा रहे हैं। उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एचएस पनाग के ट्वीट को लेकर उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘‘यह दुखद है कि लोग चर्चा में आने के लिए ऐसी टिप्पणी करते हैं।’’ दरअसल, पनाग ने पत्थरबाजों से बचने के लिए एक आम आदमी का इस्तेमाल किए जाने को लेकर लेकर सशस्त्र बल की निंदा की थी।