राखी सावंत ने पिछले वर्ष एक निजी टीवी चैनल पर कार्यक्रम के दौरान महर्षि वाल्मिकी के खिलाफ टिप्पणी करके वाल्मिकी समुदाय की भावनाओं को आहत किया था। उसी सिलसिले में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। अब इस मामले में राखी ने बयान दिया है कि वह खुद सरेंडर करने गई थीं लेकिन उस दिन कोर्ट बंद था। बॉलीवुड की ड्रामा क्वीन राखी ने कहा कि मुझे पंजाब पुलिस की तरफ से न कोई नोटिस मिला है न ही कोई वॉरंट आया है।
मैं खुद भंगुर नगर और ओशिवारा पुलिस स्टेशन सरेंडर करने गई थी। राखी ने मीडिया के लिए कहा कि मैं सबको हेल्प करती हूं वो उन्हें नहीं दिखता लेकिन ये सब जरूर दिखाई दे जाता है। राखी ने आगे कहा कि मैंने कुछ कह दिया तो पूरा बाल्मीकि समाज मेरे पीछे पड़ गया है।
ये सब जानबूझ कर किया गया है। मैं लुधियाना गई थी लेकिन रामनवमी की वजह से कोर्ट बंद था। पंजाब पुलिस ने मुझे ढूंढा ही नहीं और मैंने किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई। लुधियाना के पुलिस उपायुक्त धु्रमन निंबले ने कहा, एक स्थानीय अदालत की ओर से जारी वॉरंट तामील कराने के लिए लुधियाना से एक पुलिस टीम मुंबई गई थी। बहरहाल, उस पते पर वह नहीं मिलीं। उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।