आज विश्व के कई परिवारों के लिए टेस्ट ट्यूब बेबी का आॅप्शन एक बहुत बड़ी उम्मीद के रूप में दिखाई देता है. मेडिकल साइंस की यह खोज कई चेहरों पर खुशी की लहर लाई है. लेकिन इस खुशी के साथ छेड़छाड़ करना Georgia के ‘Xytex Corp’ को महंगा पड़ गया. तीन कैनेडियन परिवारों ने इस स्पर्म बैंक और उनके डिस्ट्रीब्यूटर पर एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति का स्पर्म इस्तेमाल करने का इल्ज़ाम लगाते हुए केस दायर किया है.
परिवारों का कहना है कि इस स्पर्म बैंक ने डोनर को Phd का छात्र और बुद्धिमान व्यक्ति बताया था, जबकि ऐसा नहीं है. वह मानसिक बीमारी से ग्रस्त है. इस बारे में जब स्पर्म बैंक ने इस डोनर की कांटेक्ट डिटेल्स इन्हें मेल की तब इन्हें पता चला.
इंटरनेट पर यह सामने आया कि यह व्यक्ति Schizophrenia, Narcissistic Personality Disorder, Significant Grandiose Delusions जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहा है और चोरी के आरोप में जेल भी जा चुका है. ये जान कर इन परिवारों ने मुआवज़ा के नाम पर 1.5 करोड़ कैनेडियन डॉलर की मांग की है.