विटमिन ए, बी, सी और फाइबर से भरपूर पपीता व नींबू पेट, आंख और त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके अलावा फॉसफॉरस, पोटैशियम, आयरन, ऐंटीऑक्सिडेंट्स, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, सोडियम और अन्य खनिज भी मौजूद रहते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं।
पपीते का सेवन पेट के लिए अच्छा होता है। पपीते के छोटे-छोटे टुकड़े काली मिर्च का चूर्ण, सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर लेने से खाना आसानी से हजम हो जाता है। इसमें पपाइन नामक एन्जाइम पाया जाता है, जो खाने को पचाने में मददगार होता है।
पपीते और नींबू का रस लिवर सिरोसिस के लिए काफी फायदेमंद है। पपीता लिवर को काफी मजबूती देता है और नींबू लिवर को पित्त (बाइल) के उत्पादन में सहायता करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ को निकालने में भी मदद करता है। इसलिए रोज दो चम्मच पपीते के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीएं।
नींबू और पपीते में मौजूद विटमिन ए आंखों की कमजोरी को दूर करता है। पपीते में कैल्शियम, कैरोटीन के साथ विटमिन ए विटमिन बी, सी और डी की भरपूर मात्रा होती है जो आंखों की दिक्कत को खत्म करती है। जिन बच्चों को कम उम्र में ही चश्मा लग जाता है उनके लिए भी पपीता और नींबू बेहद लाभकारी है। इसके अलावा विटमिन ए भी उम्र से संबंधित धब्बेदार पतन के विकास को रोकता है और आंखों के लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
नियमित रूप से सुबह खाली पेट पपीते और नींबू के रस का सेवन करें। नींबू और पपीते में पेक्टिन फाइबर प्रचूर मात्रा में होता है जो भूख की प्रबल इच्छा से लड़ने में मदद करता है और आप लंबे समय के लिए तृप्त महसूस करते हैं। पेट को भरा भरा महसूस करवाने के साथ यह आंतों के कार्यों को ठीक रखता है जिससे वजन घटाना आसान हो जाता है।
नींबू और पपीता फाइबर, विटमिन सी और ऐंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है और धमनियों में कलेस्टरॉल के निर्माण को कम करता है। बहुत ज्यादा कलेस्टरॉल
का निर्माण धमनियों को ब्लॉक कर सकता है और दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है। नींबू का सेवन नसों में लगातार रक्त संचार सुचारू करने में सक्षम है और हार्ट अटैक को रोकने में सक्षम है। नींबू में पोटैशियम भी होता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और ब्रेन के साथ ही नर्वस सिस्टम को दुरूस्त करता है।