एक रीसर्च के मुताबिक आने वाले सालों में मुस्लिम महिलाएं सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करेंगी. रिसर्च में दावा किया है कि आने वाले लगभग 20 सालों में मुस्लिम महिलाएं बच्चा पैदा करने के मामले में क्रिश्चयन महिलाओं को पीछे छोड़ देंगी. अभी दुनिया में सभी धर्मों में क्रिश्चयन धर्म की महिलाएं सबसे ज्यादा बच्चे जन्म देती हैं लेकिन 2035 तक ये आंकड़ा बदलने वाला है प्यू रिसर्च सेंटर ने अपने नये शोध में बताया है कि, ‘अब से 20 साल से भी कम की अवधि में मुसलमानों को पैदा होने वाली संतान ईसाई धर्मावलंबियों के बच्चों से ज्यादा हो जाएंगे.’ इसके पीछे स्पष्ट कारण दिखाई दे रहा है.
हाल के सालों में विश्व में होने वाली कुल मौतों में बड़ा हिस्सा ईसाइयों का रहा और आने वाले सालों में भी यह दर जारी रहने की संभावना है, क्योंकि ईसाई जनसंख्या का बड़ा हिस्सा उम्रदराज है. इसके उलट मुस्लिमों की आबादी का बड़ा हिस्सा युवा है. ऐसे में मुस्लिमों के बच्चे पैदा होने की दर ज्यादा रहने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. टाइम्स ऑफ इंडिया ने प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट का हवाला देकर लिखा है कि दो साल पहले ही प्यू रिसर्च सेंटर ने दावा किया था कि 2050 दुनिया में मुसलमानों की आबादी ईसाईयों के बराबर हो जाएगी.
इस समय तक प्यू के दावे के मुताबिक दुनिया में 2.8 बिलियन मुस्लिम होंगे, जबकि ईसाईयों की संख्या 2.9 बिलियन होगी, और ये मानव इतिहास में पहली बार होगा. प्यू रिसर्च सेंटर ने ही दावा किया है कि भारत में भी 2050 तक दुनिया के सबसे ज्यादा मुसलमान रहेंगे. इस वक्त दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान इंडोनेशिया में रहते हैं.