पहले हिन्दू फिर ईसाई उसके बाद मुस्लिम बन धर्मांतरण करवा रहा था अब्दुल रहमान

Highlights धर्मांतरण से पूर्व हिन्दू धर्म का पूजक था महेंद्र। पहले ईसाई फिर मुस्लिम बन गया महेंद्र। अब्दुल रहमान कुरैशी बन लोगों का धर्म-परिवर्तन करवा रहा महेंद्र।

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने एक बड़े अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट का का भंडाफोड़ दिया है, इस गैंग का करता धर्ता अब्दुल रहमान कुरैशी समेत तकरीबन दर्जनभर अपराधीयों को हिरासत में लिया जा चुका है, खबरों का कहना है कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि ये गैंग अब तक सैकड़ों लोगों धर्म-परिवर्तन करवा चुका है, इतना ही नहीं इन सभी के साथ कई राज्यों के साथ जुड़े है, वहीं अब्दुल रहमान के बारे में पता चला है कि वह खुद कन्वर्टेड मुस्लिम है। 

इस बारें में पुलिस का कहना है कि धर्मांतरण गैंग का सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी पहले हिंदू धर्म को मानता था। वह मूल रूप से फिरोजाबाद जिले का रहने वाला है। धर्मांतरण से पहले उसका नाम महेंद्र पाल जादौन उर्फ़ पप्पू था। वह वर्ष 1990 में ईसाई बन गया, इसके कुछ वर्षों के पश्चात उसने इस्लाम कबूल कर लिया, लेकिन इतना कर लेने के बाद भी ये नहीं रुका इसके बाद वह धर्म परिवर्तन के काले खेल में शामिल हो गया। अब ये भी कहा जा रहा है कि अब्‍दुल रहमान की पत्नी और दोनों बेटों की पत्नियां भी कन्वर्टेड मुस्लिम बन चुकी है। ये भी पहले हिंदू ही थीं।

खबरों का कहना है कि बीते दिनों अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र को दिल्ली से पकड़ लिया गया है। अब्दुल रहमान को धर्म परिवर्तन से जुड़े लोग 'रहमान चाचा' बोलते थे। वह खुद का एक यूट्यूब चैनल चलाता था एवं अपने पॉडकास्ट के माध्यम से 'इस्लामी कट्टरपंथ' और हिंदू धर्म के विरुद्ध नफरत भरा प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देता है। साथ ही हिंदू लड़कियों को इस्लाम में परिवर्तन करने के लिए अपने गैंग के लोगों को ट्रेनिंग दिया करता था। उसके गैंग के लोगों द्वारा सोशल मीडियाके माध्यम से हिंदू धार्मिक प्रतीकों का अपमान कर दिया जाता था और उन्हें 'बुतपरस्त' बताकर मानसिक रूप से कमजोर किया जाता है। 

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अब्दुल रेहमान फिरोजाबाद के थाना रजावली गांव रामगढ़ का निवासी है। लगभग 30 साल पहले वह गांव से गायब हुआ था। वहीं महेंद्र के पिता प्रेमपाल जादौन ने ग्रामीणजनों को जानकारी दी है कि बेटा मुंबई में ही रहता है। गांव से जाने के पश्चात सिर्फ एक बार महेंद्र वापस घर आया। उसका घर-खेत सब बिक गया। 

ग्रामीणों का इस बारें में कहना है कि, अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र के पिता का नाम प्रेमपाल जादौन था। इतना ही नहीं प्रेमपाल के 3 बेटे थे। बड़े बेटे ने एक मुस्लिम महिला संग विवाह किया। बीच वाले बेटे का कत्ल कर दिया गया था एवं तीसरे नंबर पर था पप्पू उर्फ महेंद्र। बाद में महेंद्र सिंह जादौन ने भी धर्म परिवर्तन कर लिया और उसका जिसके बाद उसे अब्दुल रेहमान नाम दिया गया। 

इस बारें में ग्रामीणों का कहना है कि, बीते सोमवार यानी 21 जुलाई 2025 की सुबह पुलिस किसी शख्स को मुँह पर कपड़ा बांधकर लेकर आई थी। वह महेंद्र उर्फ अब्दुल रहमान  होगा। क्योंकि, पुलिस प्रेमपाल सिंह के घर आई और वहां रह रहे लोगों से जानकारी जमा की। लोग बोलते हैं कि मुंह पर कपड़ा बंधा होने की वजह से वह ठीक से पहचान नहीं पाए लेकिन उन्हें यह जानकारी है कि जिसे पुलिस लाई थी वह महेंद्र ही था। 

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