हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य मंत्री अनिल विज इन दिनों चर्चाओं का विषय बने हुए है। खबरों की माने तो उन्होंने अपने एक्स हैंडल से 'मंत्री' शब्द हटा दिया और उसकी जगह अपने विधानसभा क्षेत्र का नाम अंबाला कैंट लिख डाला है।
क्यों हटाया 'मंत्री' शब्द? :
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब अनिल विज से इसका कारण पुछा गया तो उन्होंने साफ बोल दिया कि ,"मेरी अपनी व्यूअरशिप है, वो मैं अनिल विज के आधार पर बनाना चाह रहा हूं। मेरे फॉलोअर्स अनिल विज की वजह से बनेहैं। इसलिए मैंने 'मंत्री' शब्द डिलीट कर दिया है। मैं तब से ट्विटर इस्तेमाल कर रहा हूं जब मेरे पास कोई पद नहीं था। मैं इसे बिना पद के चलाना चाहता हूं। जो भी मेरे कंटेंट से जुड़ना चाहता है, वो जुड़ सकता है। इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।"
पार्टी नेतृत्व पर उठाए थे सवाल :
इतना ही नहीं कुछ समय पहले ही अनिल विज ने हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व को लेकर भी प्रश्न खड़े कर दिए थे। 12 सितंबर को उन्होंने एक्स पर लिखा था –"अंबाला छावनी में कुछ लोग समानांतर भारतीय जनता पार्टी चला रहे हैं, जिनको ऊपर वालों का आशीर्वाद भी प्राप्त है। पार्टी का बहुत नुकसान हो रहा है। कमेंट बॉक्स में लिखें कि हम क्या करें।"
वहीं 7 बार के विधायक विज ने विधानसभा चुनाव को लेकर भी इशारों-इशारों में पार्टी पर उन्हें हराने की साजिश रचने का इल्जाम भी लगाया था। फरवरी में उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर भी टिप्पणी की थी, इसके पश्चात पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी किया था। हालांकि अब उनका कहना है कि पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है और वह फेज समाप्त हो चुका है।
राहुल गांधी पर तीखा हमला :
खबरों की माने तो अनिल विज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साध दिया है। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि,"राहुल गांधी विश्व के पहले ऐसे राजनेता हैं जो अपने ही देश में एटम बम और हाइड्रोजन बम गिराने की भावना भी रखते है। पत्रकार वार्ता में अपनी बात रखना उनका अधिकार है, लेकिन इसके लिए सकारात्मक शब्दावली का इस्तेमाल किया जा सकता था। राहुल गांधी पर नकारात्मकता इतनी हावी है कि न वो अच्छा सोचते हैं और न ही अच्छा बोलते हैं।"