साइबर सुरक्षा दौड़ को मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी, डीजीपी ने कहा ऑनलाइन क्राईम नई चुनौती

Highlights साइबर सुरक्षा के लिए राजधानी भोपाल में हुई दौड़। डिजिटल को नहीं छोड़ सकते, लेकिन साइबर अपराध पर लगाम लगाना जरुरी। दौड़ का उद्देश्य केवल दौड़ना नहीं बल्कि जागरूक होना भी है।

भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में राष्ट्रीय साइबर जागरूकता माह के समापन पर अटल पथ पर साइबर जागरूकता रन 2025 का आयोजन किया गया। मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा साइबर सुरक्षा और जागरूकता रैली निकाली गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा की साइबर अपराध को रोकना है, लेकिन अपराध के चलते डिजिटल को नहीं छोड़ सकते है। प्रदेश पुलिस द्वारा लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए रैली निकाली गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरी झंडी दिखाकर किया।

साइबर अपराध पर पूर्ण रूप से रोक लगाना है : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल पेमेंट में भारत विश्वभर में उभरकर सामने आया है, लेकिन हमें साइबर अपराध पर पूर्ण रूप से रोक लगाना है। हम अपराध के चलते डिजिटल को नहीं छोड़ पाएंगे। ऐसे वक़्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर अक्टूबर माह में साइबर अवेयरनेस कार्यक्रम को शुरू किया गया।

ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग और फर्जी लिंक नई चुनौती : डीजीपी

डीजीपी कैलाश मकवाना ने संबोधन में कहा की ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग और फर्जी लिंक यह सब हमारे समाज में नई चुनौतियां बनकर उभरे है। आने वाले वर्षों में साइबर क्राइम अन्य सभी अपराधों को पीछे छोड़कर सबसे अधिक संख्या में उभर कर आने वाला है। मध्य प्रदेश पुलिस के पास हर दिन ऐसे मामलों की रिपोर्ट आती है जहां एक सामान्य नागरिक, छात्र, व्यापारी या बुजुर्ग सिर्फ एक गलत क्लिक से अपनी मेहनत की कमाई को गवा देते है। यह केवल पैसों की हानि नहीं है बल्कि विश्वास चरित्र और पहचान की भी क्षति है। कई बार मेहनत और ज्ञान की चोरी भी डिजिटल माध्यम से हो रही है, किसी की रिसर्च, डिजाइन, विचार या फोटो को बिना अनुमति के इस्तेमाल किया जाना भी साइबर अपराध है। आज की इस दौड़ का उद्देश्य केवल दौड़ना नहीं बल्कि सोचना और जागरूक होना भी है।

डीजीपी मकवाना प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए अथक प्रयास कर रहे है। नशे से बढ़ते अपराध, चोरी, लूट, हत्या या फिर साइबर क्राइम जैसे अपराध को गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रदेश पुलिस द्वारा अभियान मुहीम चला कर लोगों को समझाइश देना हो या फिर अपराधियों पर शिकंजा कसना हो प्रशासन हर जगह चौकन्ना है। वहीं पुरे प्रदेश के पुलिस प्रशासन पर भी डीजीपी की पैनी नजर है। गलत जो भी करता है उस पर कार्रवाई निश्चित ही होती है। डीजीपी के यह कार्य सराहनीय है, जनता की सुरक्षा के लिए प्रदेश का पुलिस प्रशासन सक्रीय है।

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