नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो और एक्स के मालिक एलन मस्क के मध्य नया विवाद जन्म ले चुका है। दरअसल ये मामला भारत को लेकर नवारो के बयान और उसके फैक्ट-चेक के साथ जुड़ा हुआ है।
नवारो का आरोप और फैक्ट-चेक :
खबरों का कहना है कि नवारो ने कुछ ही समय पहले एक्स पर दावा किया कि भारत की ऊँची टैरिफ दरें अमेरिकी नौकरियों को नुकसान पहुँचा रही हैं। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा कि भारत रूस से सिर्फ मुनाफे के लिए तेल खरीदता है, जिससे रूस की "युद्ध मशीन" को बल मिलता है और अमेरिकी उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। इतना ही नहीं उनकी इस पोस्ट पर एक्स की फैक्ट-चेकिंग टीम ने कम्युनिटी नोट्स जोड़ते हुए कई दावों को भ्रामक करार दिया।
मस्क का पलटवार :
कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया है कि फैक्ट-चेक के पश्चात नाराज नवारो ने X पर हमला करते हुए लिखा कि मस्क प्रोपगैंडा को बढ़ावा दे रहे हैं और “यह नोट पूरी तरह बकवास है।”इसके जवाब में एलन मस्क ने रविवार (7 सितंबर) को इस बारें में कहा है कि "इस प्लेटफॉर्म पर लोग ही कहानी तय करते हैं। बहस के सभी पक्ष सुने जाते हैं। कम्युनिटी नोट्स पारदर्शी हैं और डेटा व कोड सभी के लिए खुले हैं। इसके अतिरिक्त, Grok अतिरिक्त फैक्ट-चेकिंग करता है।"
भारत को लेकर नवारो के तेवर :
वहीं ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब नवारो ने भारत को निशाना बनाया हो। इससे पहले भी वे कई मौकों पर भारत की व्यापार नीतियों और टैरिफ दरों को लेकर निंदा कर चुके हैं। उनका तर्क है कि भारत के निर्णय अमेरिकी हितों को भारी हानि पहुंचाते है।
विवाद के मायने :
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब अमेरिका-भारत संबंधों को रणनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है। नवारो के आरोप और एक्स पर हुए फैक्ट-चेक ने सोशल मीडिया पर नई बहस को जन्म दे दिया है।