पटना : बिहार विधानसभा चुनावों की सरगर्मी अब राजस्थान की सियासत में भी देखने को मिल रही है। कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुख्य पर्यवेक्षक (मुख्य ऑब्जर्वर) नियुक्त किया है, जिस पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत की नियुक्ति पर चुटकी लेते हुए कहा, "गहलोत साहब जहां भी जाते हैं, हार को साथ लेकर जाते हैं।" उन्होंने दावा किया कि अशोक गहलोत अब तक जहां-जहां ऑब्जर्वर बने, वहां कांग्रेस का "पत्ता साफ" हो गया। राठौड़ ने आगे कहा कि गहलोत की नियुक्ति से इंडी गठबंधन को कोई लाभ नहीं होने वाला, क्योंकि वह पहले से ही “टुकड़ों-टुकड़ों में बंटा हुआ” है।
NDA पर भरोसा और 'सबल इंजन' सरकार की बात :
बिहार चुनाव को लेकर राठौड़ ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की जीत का विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता NDA के कार्यों पर भरोसा करती है। बढ़ती जीडीपी, प्रति व्यक्ति आय और मजबूत बुनियादी ढांचे के कारण लोग "सबल इंजन की सरकार" को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए एकजुट है जबकि इंडी गठबंधन बिखरा हुआ है, इसीलिए बिहार में एक बार फिर NDA की सरकार बनना तय है।
अंता उपचुनाव में भी BJP को जीत की उम्मीद :
राजेंद्र राठौड़ ने राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का प्रभाव अंता की जनता पर स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है और बीजेपी वहां से भारी मतों से जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस की राजनीति से ऊब चुकी है और अब स्थिर और विकासशील नेतृत्व की ओर देख रही है, जिसे बीजेपी ही दे सकती है।