जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

Highlights आज से शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र। मानसून सत्र के शुरू होते ही संसद में विपक्षी दल का हंगामा। मानसून सत्र में पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर मामले पर विपक्ष ने किया सरकार का घेराव।

नई दिल्ली : आज से संसद का मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरु कर दिया एवं विपक्ष के सांसद खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा में दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं राज्यसभा में नए सांसदों को पद की शपथ दिलाई गई। इस नारेबाजी के दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की बात कही।लेकिन इसके पूर्व ही कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी को घेरती हुई दिखाई दे रही है, वहीं वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इस बारें में कहा है कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के प्रति यह जिम्मेदारी निभानी चाहिए कि वे पहलगाम-ऑपरेशन सिंदूर-राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मामले पर चर्चा के दौरान संसद में ही हों।' इतना ही उन्होंने पीएम मोदी की इस सप्ताह की विदेश यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा है कि 48 घंटे के पश्चात सुपर प्रीमियम फ्रीक्वेंट फ्लायर एक और विदेश यात्रा शुरू शुरू करने वाले है। इस तरह मणिपुर के लोगों को निराशा की वजह मिलेगी।

खबरों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार यानि 23 जुलाई से यूनाइटेड किंगडम एवं मालदीव की चार दिवसीय पर जाने वाले है, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना एवं इंडिया-UK मुक्त व्यपार समझौते को अंतिम रूप प्रदान करना इसका आखिर मकसद कहा जा रहा है। इतना ही नहीं मानसून सत्र शुरू होने इ पूर्व पूर्व पर पोस्ट करके जयराम रमेश ने ये भी कहा है कि 'जल्द ही सजे-धजे प्रधानमंत्री संसद भवन के बाहर मीडिया के माध्यम से अपना हमेशा वाला 'देश के नाम संदेश' देने वाले है। यह उनके सामान्य बड़े-बड़े दावों और पाखंड से भरा हुआ है।' उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी संसद में बहुत, बहुत, बहुत कम मौजूद रहते हैं। इतना ही नहीं वह वे वर्ष में एक बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हैं। लेकिन, इस बार उन्हें देश के प्रति यह जिम्मेदारी को बखूबी निभाना चाहिए  और उन्हें पहलगाम-ऑपरेशन सिंदूर-राष्ट्रपति ट्रंप मुद्दे पर चर्चा होने के दौरान मौजूद रहना चाहिए।

पहलगाम एवं ऑपरेशन सिंदूर पर नया प्रस्ताव : 

मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि कांग्रेस सांसद KC वेणुगोपाल ने लोकसभा में पहलगाम में आतंकवादी अटैक के चलते गंभीर सुरक्षा चूक और ऑपरेशन सिंदूर के पश्चात विदेश नीति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव रखा है। वहीं इस पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का कहना है कि, 'चूंकि पीएम नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर जाएंगे, हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री आज सदन में आएं और पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और युद्धविराम पर चर्चा होना जरुरी है।' इतना ही नहीं शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का इस बारें में कहना है कि पहलगाम के पश्चात ये पहला सत्र है। बार-बार विशेष सत्र की मांग होती रही लेकिन नहीं हुआ। इस मॉनसून सत्र में जो पहलगाम में इंटेलिजेंस फेलियर हुआ, वो आतंकवादी अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किए गए? ये गंभीर मुद्दा है कि 26 लोगों की मौत हो गई और जम्मू-कश्मीर के पर्यटन में कमी आती है। हम इन मुद्दों को उठाएंगे।

सांसदों और राजनीतिक दलों से एकता का संदेश देने का अनुरोध : 

संसद के मानसून सत्र से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला है कि यह मानसून सत्र देश के लिए बेहद गौरवपूर्ण है। उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भारत के कदम रखने और ऑपरेशन सिंदूर में उसके पराक्रम का उदाहरण भी दिया। अपनी बात को जारी रखते हुए पीएम मोदी ने बोला है कि इस दशक में शांति और प्रगति देखी गई, लाल गलियारा अब हरित विकास क्षेत्र में बदल रहा है। वहीं वर्ष 2014 से पहले मुद्रास्फीति दर दहाई अंकमें होती थी, अब यह लगभग 2 प्रतिशत है। मुद्रास्फीति कम है और विकास दर ऊंची है। पीएम नरेंद्र मोदी ने बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों और उनकी पार्टियों के विदेश दौरे की सराहना की और बोला है कि उन्होंने सकारात्मक माहौल बना दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सशस्त्र बलों के पराक्रम का बखान करते हुए सांसदों और विभिन्न दलों से एकता का संदेश देने का अनुरोध किया है।

 मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाया ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले का मुद्दा : 

वहीं राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी अटैक पर उत्तर की मांग की और साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बार-बार भारत-पाकिस्तान के मध्य मध्यस्थता के दावे पर भी सरकार से स्थिति को साफ करने की मांग की है। राजयसभा में हंगामे के बाद 12 बजे तक के लिए कार्रवाही को स्थगित कर दिया गया है।

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