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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा प्रहार किया है। इंदौर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग, एसआईआर प्रक्रिया और लोकतंत्र की वर्तमान स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि देश में लोकतंत्र को बचाने का समय आ गया है और इस लड़ाई में युवाओं विशेषकर Gen ज़ को आगे आकर निर्णायक भूमिका निभानी होगी।
इंदौर में कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात, एसआईआर पर चर्चा :
दिग्विजय सिंह इंदौर में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने पहुंचे, जहाँ उन्होंने मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया “मताधिकार छीनने की साजिश” की तरह काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हजारों लोगों के नाम जानबूझकर मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, और यदि ऐसा चलता रहा तो नागरिकता और मताधिकार दोनों को खतरा हो सकता है।
चुनाव आयोग बचाने के लिए रिटायर्ड अफसरों का सहारा ले रही सरकार :
मीडिया से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने चुनाव आयोग की नीतियों का बचाव करवाने के लिए 272 रिटायर्ड जजों, पूर्व IAS और IPS अधिकारियों के हस्ताक्षर जुटाए हैं। उनका आरोप था कि— इनमें से कई लोग भाजपा के सदस्य रहे हैं, आरएसएस से जुड़े रहे हैं, और कई के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उन्होंने दावा किया कि जिन लोगों के घरों से करोड़ों रुपये बरामद हो चुके हैं, वही लोग चुनाव आयोग के पक्ष में खड़े हैं। दिग्विजय ने कहा कि यह पूरा प्रयास चुनाव आयोग की “बेईमानी” और“पक्षपातपूर्ण” कार्रवाई को वैध दिखाने की कोशिश है।
26 नवंबर को बड़ा आंदोलन, संविधान बचाने की अपील :
कांग्रेस नेता के अनुसार, देश में यह समय संविधान और लोकतंत्र को बचाने का है। इसी दिशा में 26 नवंबर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आह्वान पर मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन पूरे प्रदेश में सभाएँ होंगी। संविधान की मूल भावना पर जन-चर्चा की जाएगी। जनता को बताया जाएगा कि एसआईआर और अन्य प्रक्रियाएँ कैसे लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि “यह लड़ाई अंतिम दौर में पहुँच चुकी है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पूरी मजबूती से मैदान में उतरना होगा।”
Gen Z से दिग्विजय की अपील लोकतंत्र तभी बचेगा जब युवा आगे आएंगे :
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज के समय में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। खासकर Gen Z, जो देश के डिजिटल, सामाजिक और राजनीतिक विमर्श को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा है कि “इस देश में लोकतंत्र को बचाने का वक्त आ गया है। मैं Gen Z युवाओं से आह्वान करता हूँ कि वे आगे आएँ। यदि लोकतंत्र को बचाना है तो युवाओं का नेतृत्व अनिवार्य है।” जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत में भी नेपाल जैसी युवा-नेतृत्व वाली राजनीतिक मुहिम चल सकती है, तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब युवाओं से ही पूछा जाना चाहिए।
एसआईआर को बताया मताधिकार छीनने की साजिश :
दिग्विजय सिंह ने मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया पर तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि—इससे मताधिकार सीमित हो सकता है नागरिकता पर भी खतरा पैदा हो सकता है और यह कदम “व्यापक राजनीतिक साजिश” का हिस्सा प्रतीत होता है उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और इसे बड़े आंदोलन का रूप देगी।
स्वागत-सत्कार पर नाराज़गी पोस्टर - बैनर बंद करें :
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने मंच पर होने वाले स्वागत-सत्कार पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा है कि “कांग्रेस 22 वर्षों से विपक्ष में है। अब लड़ाई निर्णायक मोड़ पर है। ऐसे समय में मेरे स्वागत, पोस्टर, बैनर या सम्मान में कोई कार्यक्रम न करें। हमें संघर्ष को प्राथमिकता देनी होगी।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत सम्मान के बजाय संगठन और लोकतंत्र की लड़ाई पर ध्यान दें।
दिग्विजय सिंह का इंदौर दौरा राजनीतिक रूप से बेहद तीखा और आक्रामक रहा। उन्होंने चुनाव आयोग से लेकर प्रधानमंत्री मोदी और एसआईआर प्रक्रिया तक कई गंभीर आरोप लगाए। साथ ही युवाओं से सक्रिय रूप से राजनीति में भागीदारी की अपील की। आगामी 26 नवंबर को कांग्रेस द्वारा शुरू किए जाने वाले आंदोलन को लेकर भी उन्होंने रणनीति स्पष्ट की और 2026 के चुनावों से पहले कांग्रेस की आक्रामक तैयारी का संदेश दिया।