16वें रोजगार मेले में पीएम मोदी ने बांटे 51 हजार जॉब लेटर

Highlights 16वें रोजगार मेले में 51 हजार से अधिक युवाओं को पीएम मोदी ने दी नई सौगात। कुशल युवा भविष्य की पूंजी: पीएम मोदी। पीएम आवास के तहत 4 करोड़ घर बनाए।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार यानि आज 12 जुलाई 2025 को 16वें रोजगार मेले में 51 हजार से अधिक युवाओं को जॉब लेटर प्रदान किए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बोला है कि युवाओं का सामर्थ्य हमारे भारत के भविष्य के लिए सबसे बड़ी पूंजी और गारंटी बनकर सामने आई है। हमारी सरकार इस पूंजी को समृद्धि का सूत्र बनाने में लगी हुई है।'

उन्होंने इस बारें में बोला है कि 2 दिन पूर्व ही 5 देशों की यात्रा से वापस आया हूँ। हर देश में भारत की युवा शक्ति की गूँज साफ़ साफ़ सुनाई दी। इस बीच जो भी समझौते हुए हैं, उनसे युवाओं को लाभ तो होना ही है। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए बोला है कि आपके विभाग अगल है लेकिन ध्येय एक है। कार्य कोई भी हो, पद कोई भी हो इलाका कोई भी है, एक ही ध्येय राष्ट्र सेवा। एक ही सूत्र नागरिक सेवा। आपकी इस नई यात्रा के लिए बहुत शुभकामनाएं।

खबरों का कहना है कि रोजगार मेले का आयोजन देश भर में 47 स्थानों पर किया गया है, इतना ही नहीं पिछला मेला 26 अप्रैल 2025 को इसका आयोजन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अक्टूबर 2022 को रोजगार मेले का पहला फेज शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं अब तक 9.73 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल गया। 

प्रधानमंत्री ने स्पीच में कही ये 5 बातें : 

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि आज हमारा देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की तरफ गति के साथ आगे बढ़ रहा है। ये हमारे देश के नौजवानों का भी कमाल है। मुझे बेहद खुशी होती है कि मेरे देश का नौजवान तेज गति से आगे बढ़ रहा है।

मेन्युफैक्चरिंग सेक्टर को तेजी प्रदान करने के लिए मिशन मेन्युफैक्चरिंग का एलान किया गया है, सिर्फ PLI से 11 लाख रोजगार बन गए है। इलेक्ट्रानिक सेक्टर का विस्तार हो चुका है। इतना ही नहीं 11 लाख करोड़ रुपए की इलेक्ट्रानिक मेन्युफैक्चरिंग की जा रही है। पहले मोबाइल फोन मेन्युफैक्चरिंग की 2 या 4 यूनिट थीं। इस वक़्त 300 यूनिट हैं इसमें लाखों युवा कार्य करने में लगे हुए है।

इतना ही नहीं  डिफेंस मेन्युफैक्चरिंग में भी भारत नए रिकॉर्ड बनाने का काम किया जा रहा है। डिफेंस प्रोडक्शन सवा लाख करोड़ से ऊपर जा चुका है। भारत सबसे अधिक लोकोमोटिव बनाने वाला देश बन चुका है। कई देश में एक्सपोर्ट बनते जा रहे है।

ऐसी अनेक योजनाओं के कारण से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ चुके है। अब आप कल्पना कीजिए इनका आत्मविश्वास कितना होने वाला है। वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाएं इंडिया को मॉडल की तरह पेश करती हैं। भारत की कम असमानता वाले शीर्ष देशों में भी देखा गया है।

खबरों की माने तो भारत के 90 करोड़ लोगों को वेलफेयर स्कीम के अंतर्गत लाया गया है। इससे बड़ी तादाद में रोजगार बन चुके है। प्रधानमंत्री आवास के अंतर्गत 4 करोड़ पक्के घर बनाएं गए है। 3 करोड़ घर बनाने का काम किया जा रहा है। इसमें मिस्त्री, लेबर, ट्रांसपोर्ट, ट्रक ऑपरेटर कितने लोगों को जॉब मिली। खुशी की बात है ज्यादातर रोजगार गांव में मिल रहे हैं।

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