पटना से लेकर दरभंगा तक चार दिन में होंगी पीएम मोदी की 12 रैलियां

Highlights बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर से रैलियां करेंगे शुरू। पीएम की रैलियां कार्यकर्ताओं में जोश और मतदाताओं में भरेगी नई ऊर्जा। रैलियां जनता से संवाद का मंच बनेंगी, जो एनडीए को सत्ता में दे सकती हैं मजबूती।

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव  जैसे जैसे नज़दीक आ रहे है वैसे वैसे सियासत का तापमान और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है, उसी तरह से हर कोई इस चुनावी समर को लेकर दिलचस्पी और उत्साह से भर चुका है। एवं अब इस पिक्चर में पीएम मोदी की एंट्री जल्द ही होने वाली है जो इसे नया आयाम पर पहुंचाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी अक्टूबर के अंतिम हफ्ते से लेकर नवंबर के शुरुआती दिनों तक पूरे बिहार में कई रैलियों को संबोधित करने वाले है। ये रैलियां न सिर्फ वोटरों के मूड पर प्रभाव दाल सकती है, बल्कि पूरे चुनावी समीकरण लको पूरी तरह से पटल कर रख देगी। 

पीएम नरेंद्र मोदी की पहली रैली 23 अक्टूबर को होने वाली है। इस दिन वे सासाराम, गया एवं भागलपुर में विशाल जनसभाएं करने वाले है। इन क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी एवं एनडीए की मजबूत पकड़ कही जाती है, लेकिन विपक्ष भी हर सीट पर दमखम दिखाने में लगा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी से कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा एवं मतदाताओं में नई ऊर्जा देखने के लिए मिलने वाली है। 

इसके पश्चात 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुज़फ़्फ़रपुर एवं पटना में रैलियां होने वाली है। वहीं दरभंगा-मुज़फ़्फ़रपुर मिथिलांचल के दिल भी बिले जाते है एवं पटना तो राजधानी होने के साथ-साथ राजनीति का बड़ा केंद्र भी बन चुके है। पीएम नरेंद्र मोदी की भाषण केवल जनता से जुड़ने का माध्यम नहीं, बल्कि पूरे बिहार को यह बताने का सशक्त जरिया होंगे कि भारतीय जनता पार्टी इस बार चुनाव में जीत के लिए कमर कस ली है।

खबरें है कि 1 नवंबर को पूर्वी चम्पारण, समस्तीपुर एवं छपरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को सम्बोधित करते हुए दिखाई देंगे, जहां सामाजिक समीकरण एवं स्थानीय मुद्दे निर्णायक बनेंगे। वहीं विकास, रोजगार, भ्रष्टाचार मुक्त शासन जैसे विषय युवाओं और किसान वर्ग को सीधे प्रभावित करेंगे।

इतना ही नहीं 3 नवंबर को पश्चिमी चम्पारण, अररिया एवं सहरसा में रैलियों का समापन किया जाएगा। ये इलाका चुनावी दृष्टि से बहुत ही ज्यादा अहम् बताया जा रहा है एवं पीएम  नरेंद्र  मोदी की रैलियां यहां भी भारी तादाद में लोगों को आकर्षित करने वाली है।

खबरों की माने तो पीएम नरेंद्र मोदी की ये रैलियां सिर्फ राजनीतिक सभा नहीं, बल्कि जनता के साथ संवाद का मंच है, जिनका प्रभाव शहर से लेकर गांव तक महसूस होगा। इस बार NDA को उम्मीद है कि पीएम की लोकप्रियता चुनावी पासा घुमा देगी और सत्ता को मजबूत करने वाली है।

Related News