नई दिल्ली : लोकसभा में नेता विपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार यानि आज 18 सितंबर 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस के मध्य इलेक्शन कमीशन पर वोट चुराने के इल्जाम लगाए है, इतना ही नहीं इस केस में इलेक्शन कमीशन का जवाब भी आ चुका है। चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से राहुल के सभी आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया है। राहुल गांधी ने इस बारें में कहा है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को बचाने का काम कर रहे है। वहीं इलेक्शन कमीशन ने राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस समाप्त होने के कुछ ही मिनटों के पश्चात जवाब दे डाला है। आयोग ने एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, ''राहुल गांधी के आरोप गलत एवं निराधार हैं।''
आयोग ने पोस्ट के जरिए कई बातें स्पष्ट की हैं -
कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन वोट डिलीट नहीं कर पाएगा। राहुल गांधी ने इसको लेकर गलत बाते कहीं है। वोट डिलीट करने से पहले प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का मौका दिया। 2023 में अलंद विधानसभा क्षेत्र में वोटर डिलीट करने की असफल प्रयास हुआ था, जिस पर ECI ने खुद FIR दर्ज करवा दी गई थी। चुनाव परिणाम: इतना ही नहीं अलंद विधानसभा से 2018 में बीजेपी के सुबध गुट्टेदार ने जीत हासिल की थी, जबकि 2023 में कांग्रेस के बी।आर। पाटिल जीते।
राहुल गांधी ने लगाए कितने आरोप :
खबरों का कहना है कि इस बीच राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि ''कर्नाटक के आलंद में वोट चोरी किए गए है। इतना ही नहीं हमने चोरी पकड़ ली। BLO ने देखा कि उनके रिश्तेदार का वोट डिलीट कर लिया गया था। उन्होंने पता लगाया तो पता चला पड़ोसी ने इसे डिलीट किया है। लेकिन पड़ोसी ने इंकार कर दिया कि मैंने नहीं किया है।''
राहुल गांधी ने इलेक्शन कमीशन से की इस चीज की मांग :
अपनी बात को जारी रखते हुए राहुल गांधी ने आगे कहा है कि ''हमारी मांग है कि ज्ञानेश कुमार उन लोगों को ना बचाएं, जो लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रहे है। हमारी मांग है कि चुनाव आयोग एक सप्ताह के अंदर कर्नाटक CID को इसका जवाब दें। हमें संविधान ने ताकत दी है, हमारी लड़ाई संविधान बचाने की है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उनको बचाने का काम कर रहे है, जो संविधान को कमजोर कर रहे हैं।''