फरीदाबाद : फरीदाबाद से सफेदपोश आतंकी नेटवर्क से जब्त अमोनियम नाइट्रेट में बीते शुक्रवार यानी 14 नवंबर 2025 देर रात को श्रीनगर के नौगाम पुलिस थाने में ब्लास्ट हो गया। विस्फोट इतना खतरनाक था कि धमाके से थाने का एक भाग ढह गया एवं वहां पार्किंग में खड़ी गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गई। इस ब्लास्ट में पुलिस इंस्पेक्टर सहित 10 लोगों की जान चली गई, हालांकि पुलिस ने इस हादसे की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
ब्लास्ट के वक्त थाने की इमारत में DSP रैंक के एक अधिकारी व तहसीलदार सहित तकरीबन 50 लोगों के उपस्थित होने की बात कही जा रही है। अधिकारियों का इस बारें में कहना है कि 27 लोग जख्मी हुए हैं। इनमें से 24 पुलिसकर्मी हैं। 5 जख्मियों को सेना के बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं शेष को श्रीनगर के अन्य हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। पुलिस ने आतंकी अटैक ने इसे हादसा बताया है।
रिपोर्ट्स की माने तो यह ब्लास्ट दिल्ली विस्फोट में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद के पकड़े गए सफेदपोश आतंकियों के गिरोह से फरीदाबाद से जब्त किए गए अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट की वजह से हुआ। SFL की टीम एवं अधिकारी आतंकी नेटवर्क से बरामद विस्फोटकों की कार्रवाई कर रहे थे और उसी बीच यह घटना हुई।
वहीं फरीदाबाद में पकड़े गए कश्मीरी आतंकी डॉ. मुजम्मिल के ठिकाने से बरामद किए गए 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का कुछ भाग FSL लैब में था एवं शेष को नौगाम थाने के माल गोदाम में रखवा दिया गया था। अधिकारियों का इस बारें में कहना है कि 24 पुलिसकर्मियों और 3 अन्य को अलग-अलग हॉस्पिटल में रखा गया है।
बीते अक्टूबर माह में इसी नौगाम इलाके में ही जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर नजर आए थे। उसके पश्चात सफेदपोश आतंकियों के नेटवर्क के बारें में जानकारी मिली थी एवं दर्जनों डॉक्टरों और उनके नेटवर्क से जुड़े आतंकियों को हिरासत में ले लिया गया था। यही थाना जांच के केंद्र में था। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह ब्लास्ट रात 11.15 बजे के पास हुआ एवं थाने की इमारत का एक बड़ा भाग नष्ट हो गया।
धमाका इतना भयानक था कि उसकी आवाज लगभग 14 KM दूर श्रीनगर के SMHS अस्पताल तक सुनाई दी। वहीं थाने के आस-पास की कई इमारतों के खिड़कियों के कांच में दरारें आ गई। धमाके के पश्चात् थाने की इमारत में लगी आग की लपटें दूर-दूर तक नजर आ रही थी। पुलिस स्टेशन के पार्किंग स्थल में खड़े पुलिस व अन्य वाहन आग में क्षतिग्रस्त हुए। विस्फोट एवं आग की वजह से थाने की इमारत से निकला मलबा पूरे क्षेत्र में बिखर गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबक यह विस्फोट दुर्घटनावश हुआ है। इसमें कोई आतंकी का हाथ नहीं था।
यह घटना उस वक्त हुई जब फोरेंसिक टीम पुलिस कर्मियों और एक तहसीलदार की मौजूदगी में अमोनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटकों का निरीक्षण करते हुए उनके नमूने निकाल रही थी। पुलिस ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। आग की जानकारी पर दमकल कर्मी लगभग पौने 12 बजे घटनस्थल पर पहुंचे। वहीं पुलिस एवं CRPF के वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। SSP श्रीनगर, DIG सेंट्रल कश्मीर रेंज और आइजी कश्मीर भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। पूरे क्षेत्र को पुलिस और CRPF के जवानों ने घेर लिया है। मामले की कार्रवाई कि जा रही है।