मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक जाने माने स्कूल में पढ़ाने वाली महिला टीचर को हिरासत में ले लिया है। इस टीचर पर एक नाबालिग छात्र के साथ यौन शोषण, वीडियो रिकॉर्डिंग एवं उत्पीड़न का इल्जाम है, इतना ही नहीं ये घटना तकरीबन एक वर्ष तक चलती रही, बीते बुधवार यानि 2 जुलाई 2025 को अदालत ने अपराधी टीचर को एक और दिन के लिए पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है। इस बारें में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गुरूवार को महिला टीचर का मनोवैज्ञानिक परीक्षण करवाया जाएगा। इतना ही नहीं अदालत ने इस परिक्षण को ध्यान में रखकर हिरासत को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है, खबरों से जानकारी मिली है, स्कूल प्रबंधन ने महिला टीचर गैरकानूनी कृत्यों की खबर मिलने से उसे इस्तीफा देने के लिए बोला गया है, इतना ही नहीं स्कूल के अधिकारीयों ने इस बात की जानकारी होने से भी मना कर दिया है।
आखिर कहा और कैसे शुरू हुई ये कहानी :ये केस वर्ष 2024 की शुरुआत में ही सुनने के लिए मिला था, यहां अपराधी टीचर स्कूल में अंग्रेजी विषय पढ़ाती थी एवं एक और नाटक का निर्माण कर रही थी, पीड़ित उस समय 16 वर्ष का था एवं स्कूल में होने वाके नाटक टीम का भाग था, इतना ही नहीं शिकायत की माने तो टीचर ने उस वक़्त से ही छात्र के साथ यौन शोषण करना शुरू कर दिया था, एवं कई बार उससे बात भी की।
लेकिन जब कुछ समय के पश्चात पीड़ित ने जब उसके मेसेज का जवाब नहीं दिया, इसके पश्चात टीचर ने अपनी महिला मित्र से सहायता मांगी, महिला मित्र इस मामले में सह आरोपी है एवं इस वक़्त अपने घर से फरार है, उसने पीड़ित से कांटेक्ट किया एवं उसे समझाया कि आज के किशोरों का कम उम्र में बड़ी महिलाओं के साथ रिश्ता बनाना बहुत ही आम बात है, उसने पीड़ित पर टीचर के साथ रिश्ता बनाने का दबाव डाला।
इस तरह हुई यौन शोषण की शुरुआत :इतना ही नहीं सह-आरोपी के दबाव के पश्चात टीचर पीड़ित स्टूडेंट को अपनी कार में सैर पर ले गई एवं एकांत स्थान पर ले जाकर उसका शोषण किया, ऐसा कई बार हुआ एवं बाद में टीचर पीड़ित छात्र को जुहू, एयरपोर्ट के पास एवं दक्षिण मुम्बई के फाइव स्टार होटलों में ले जाने लग गई , जंहा उसने बार बार शराब पिलाकर शोषण किया, वह पीड़ित छात्र से कहती थी कि वे एक-दूसरे के लिए बने हैं और वह उससे बहुत प्यार करती है।
डिप्रेशन में चला गया पीड़ित छात्र :निंरतर शोषण की वजह से 16 साल का पीड़ित डिप्रेशन में चला गया, वह एकदम चुप एवं खोया-खोया रहने लग गया, उसके माता-पिता ने उसकी बदली हुई हालत देखकर उससे बात करने का प्रयास किया, शुरू में पीड़ित ने कुछ नहीं कहा , लेकिन बाद में उसने अपनी टीचर के हाथों हुए शोषण की बातें बता दी है, उसने ये भी जानकारी दी कि टीचर ने उसे डिप्रेशन से निकलने की दवाईयां भी दी, उस समय माता-पिता को लगा की बीटा एग्जाम पास स्कूल को छोड़ देगा, इसलिए उन्होंने तब तक किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं की।
छात्र से मिलने के लिए हमेशा बेताव रहती थी टीचर :खबरों का कहना है कि जब पीड़ित छात्र ने टीचर के मैसेज एवं फोन का उत्तर देना बंद कर दिया, तो वह और भी ज्यादा बेताव हो गई, उसने अपने नौकर को पीड़ित के घर भेजकर मिलने की बात कही, ये देखकर पीड़ित ने अपने माता पिता को घटना से जुड़ी हर बात बता दी, इसके बाद ही उसके माता-पिता ने तुरंत ही पुलिस को शियाकत दी।
अब भी फरार है महिला टीचर :अपराधी टीचर के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट (बाल यौन शोषण संरक्षण अधिनियम), भारतीय दंड सहिंता की धाराओं एवं प्रासंगिक धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया, इतना ही नही बीते शनिवार को टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसकी साथी महिला अब भी फरार है।