पेशवाओं के किले में महिलाओं के नमाज पढ़ने पर मचा बवाल, हिंदू संगठन ने उठाया बड़ा कदम

Highlights शनिवार वाडा में मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज पढ़ते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल। NCP, कांग्रेस और AAP ने भाजपा पर धार्मिक ध्रुवीकरण का लगाया आरोप। विरोध के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की, से तनावपूर्ण हुआ माहौल।

मुंबई : पुणे के ऐतिहासिक शनिवार यानी 18 अक्टूबर 2025 को वाडा में कुछ मुस्लिम महिलाओं के नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के पश्चात राजनीतिक और सामाजिक हलकों में जबरदस्त हलचल मच गई है। इस घटना के विरोध में भाजपा की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और इसे "ऐतिहासिक धरोहर का अपमान" करार देते हुए 'शुद्धिकरण' अभियान चलाया।

शनिवार को वायरल हुए एक वीडियो में शनिवार वाडा के ऊपरी हिस्से में छह से सात मुस्लिम महिलाएं चटाई बिछाकर नमाज अदा करती दिख रही हैं। आसपास बच्चे खेलते और पर्यटक घूमते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई।

मेधा कुलकर्णी का विरोध प्रदर्शन :

रविवार को मेधा कुलकर्णी ने सकल हिंदू समाज और पतित पावन संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर शनिवार वाडा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नमाज स्थल पर गौमूत्र और गोबर छिड़ककर 'शुद्धिकरण' किया और "शनिवार वाडा हमारा है", "ये पेशवाओं का गौरव है" जैसे नारे लगाए।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, पुलिस ने कुछ घंटों की मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में ले लिया।

सांसद कुलकर्णी का बयान :

मेधा कुलकर्णी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “शनिवार वाडा में नमाज नहीं चलेगी, हिंदू समाज जाग चुका है!” उन्होंने कहा कि शनिवार वाडा महाराष्ट्र की ऐतिहासिक पहचान है और वहां किसी भी धर्म के धार्मिक कार्यक्रम नहीं होने चाहिए।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि किले के बाहर एक अवैध धार्मिक संरचना मौजूद है और सवाल उठाया कि अगर वहां नमाज की इजाजत दी जाती है तो हिंदुओं को भी मस्जिदों और ताजमहल में आरती करने का अधिकार मिलना चाहिए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया :

डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस कृष्णकेश रावले ने बताया कि शनिवार वाडा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के संरक्षण में है और मामले में उचित विभाग से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

विपक्ष ने जताई कड़ी आपत्ति :

इस पूरे घटनाक्रम की विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की है। एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता रूपाली थोम्बरे ने कुलकर्णी पर धार्मिक तनाव फैलाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा, “शनिवार वाडा में कब्र दशकों से मौजूद है, नमाज पढ़ना अपराध नहीं है। यह विवाद स्थानीय निकाय चुनावों से पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की साजिश है।” कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा सांसद की कार्रवाई को सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है।

शनिवार वाडा पुणे में स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जिसका निर्माण पेशवा बाजीराव प्रथम ने 1732 में करवाया था। यह किला मराठा साम्राज्य की शक्ति का प्रतीक रहा है और छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदवी स्वराज्य के गौरव से जुड़ा हुआ माना जाता है।

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