आप भले ही कई वर्षों से स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहे हों लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर आपके फोन में एक के बजाय कंपनियां दो Microphones किसलिए देती है? कई लोगों ऐसे हो सकते है जिनके पास इस प्रश्न का उत्तर होगा, लेकिन अब भी कई लोग ऐसे है जिन्हे इसका सही जवाब मालूम तक नहीं होगा, तो आज हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों फोन में दो माइक्रोफोन दिए जाते हैं, आखिर इनका काम क्या होता है और इन्हें कहां प्लेस किया जाता है?
कहां किया जाता है दोनों Microphones को प्लेस ?
दरअसल प्राइमरी माइक्रोफोन को फोन के निचले भाग में लगाया जाता है तो वहीं दूसरा (auxiliary microphone) माइक्रोफोन फोन के ऊपरी भाग में पाया जाता है. दोनों ही माइक्रोफोन का काम अलग-अलग होता है, यही कारण है कि एक माइक्रोफोन से काम नहीं चल पाता है.
क्या है दोनों माइक्रोफोन्स का काम ?
यदि एक माइक्रोफोन से काम चल जाता तो कंपनी दूसरा माइक्रोफोन कभी भी मोबाइल में नहीं लगाती, लेकिन एक माइक्रोफोन देने से लोगों को खराब कॉलिंग एक्सपीरियंस का सामना करना पड़ता, इसलिए कंपनियां एक के बजाय 2 माइक्रोफोन देती हैं. और प्राइमरी माइक्रोफोन को इसलिए प्रदान किया जाता है क्योंकि ये माइक्रोफोन आपकी आवाज को दूसरे व्यक्ति को पहुंचाने का काम करता है. अब आपको ये सवाल परेशान कर रहा होगा कि यदि हमारी आवाज दूसरे व्यक्ति तक पहुंच गई तो दूसरे माइक्रोफोन का होने से क्या मतलब ? दूसरे माइक्रोफोन का मोबाइल में होना बहुत जरुरी है, दरअसल ये माइक्रोफोन इस वजह से दिया जाता है ताकि कॉलिंग के दौरान लोगों के आसपास से आ रहे शोर को कम किया जा सके, एक तरह से इसे नॉइस कैंसिलेशन कहा जाता है. वहीं आज जो भी स्मार्टफोन लॉन्च किए जाते है उनमे कई तरह के कमाल के फीचर्स भी देखने के लिए मिलते है, जिनके बारें में कई लोगों को पूर्णतः जानकारी तो होती ही नहीं है .