आजकल एक खबर वायरल होरही है जो कि बर्लिन की मेट्रो में हुई। मेट्रो में सफर कर रहे एक पत्रकार Nader Al-Sarras की नज़र मेट्रो में Rock Paper Scissors द्वारा डिज़ाईन किये गए एक बैग पर पड़ी। जिस पर कुछ लिखा हुआ था। वैसे बैग पर लिखा होना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन उस बैग पर जो लिखा था वो ज़रूर हैरान कर देने वाला था। बताते है वो कौनसा सच है।
दरअसल,उस बैग पर ये लिखा था ‘यह सन्देश लिखने का मकसद कुछ और नहीं, बल्कि उन लोगों को डराने का है, जो अरबी भाषा से डरते हैं.’ यह मेसेज पत्रकार को अच्छा और सही लगा इसलिए उन्होंने तुरंत इसकी फ़ोटो खींच ली और अपने Facebook अकाउंट पर पोस्ट कर दी। तबसे ये फोटो वायरल होरही है। मेसेज को पढ़ने के बाद Facebook यूज़र और एक ब्लॉगर Mustafa Gatollari, जो खुद अरबी है, ने इसके बारे में अपने ब्लॉग पर सही तरह से बताया है। और इसके अनुवाद को गलत भी ठहराया है।
उन्होंने लिखा – मेरी मां और बहन दोनों सिर पर स्कार्फ़ पहनती हैं और Northern New Jersey में रहती हैं। ये तो सबको पता है कि New Jersey एक बहुत सांस्कृतिक और जातीय विविधताओं से परिपूर्ण जगह है। इसलिए उनको कभी भी किसी तरह के भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ता है। यूं तो हमें भेदभाव नहीं झेलना पड़ता, पर कुछ लोग होते हैं, जो मेरी बहन और मां का पहनावा देख कर उन्हें Judge करने लगते हैं। वो मान लेते हैं कि हम विदेशी हैं, पर जब मेरी मां अपनी Perfect English और Philly Accent में बोलती हैं, तो उनके चेहरे पर आश्चर्य के भाव देखने लायक होते हैं। मेरी बहन ने भी Epidemiology में Graduation किया है, उनसे बात करने पर ऐसे लोगों का मुंह बंद हो जाता है।