बिहार बोर्ड ने जारी किए 10th के परीक्षा परिणाम, 49 फीसदी बच्चे फेल

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बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) के दसवीं क्लास के नतीजे घोषित हो गए हैं. इन परीक्षा परिणामों में 50.12 फीसदी छात्र पास हुए हैं. लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि 49 फीसदी बच्चे इस परीक्षा में फेल भी हुए हैं. 10वीं में 51.37 प्रतिशत छात्र और लगभग 40 फीसदी छात्राएं पास हुई. छात्र-छात्राएं वेबसाइट www.biharboard.ac.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं. बोर्ड अध्यक्ष ने दावा किया है कि रिजल्ट जारी करने और टॉपर चयन में बेहद सावधानी बरती गई है. इससे पहले, बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम 30 मई 2017 को जारी किया गया था. रिजल्ट में ओवर ऑल 64 प्रतिशत छात्र फेल हो गए, जिसमें 70 फीसदी साइंस के, 63 प्रतिशत आर्ट्स के और 26 प्रतिशत कॉमर्स के स्टूडेंट शामिल थे.

रिजल्ट आते ही छात्र और अभिभावक सभी परेशान हो गए लेकिन बाद में शिक्षा विभाग का कहना था कि ये कड़ाई से की गई चेकिंग का नतीजा है. लेकिन टीवी चैनल आज तक द्वारा किए गए स्टिंग से जो कुछ सामने आया है वो चौंकाने वाला था. 10वीं के परिणाम में, लखीसराय के गोविंद हाई स्कूल के छात्र प्रेम कुमार इस बार टॉपर बने हैं. सिमुलतला की भाव्या कुमारी ने दूसरा स्थान पाया है. सिमुलतला की हंर्षिदा ने तीसरा स्थान हासिल किया है. रवि कुमार को चौथा स्थान मिला है इस साल 13.91% छात्र प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं.

बिहार की शिक्षा व्यवस्था पिछले साल टॉपर घोटाले से चर्चा में है. हाजीपुर में बिष्णुदेव राय कॉलेज की छात्रा रूबी राय बीते साल जून में सुर्खियों में आ गई थी. बिहार बोर्ड की इंटर आर्ट्स परीक्षा में टॉप करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उसकी मेधा की पोल खुल गई थी. मीडिया से बातचीत में उसने राजनीति विज्ञान को ‘प्रोडिकल साइंस’ बताया था. आगे उसने यह भी कहा था कि इस विषय के तहत ‘खाना बनाने’ की पढ़ाई होती है.

रूबी के अलावा साइंस टॉपर भी मीडिया से बातचीत में विषय की मूलभूत जानकारी तक नहीं दे सका. इसके बाद जब मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने जांच के आदेश दिए. पुलिस अनुसंधान में घोटाले की परतें उतरती चली गईं. रूबी सहित सभी फर्जी टॉपरों के रिजल्‍ट रद कर दिण्‍ गए. जांच की जद में बोर्ड के अध्‍यक्ष व सचिव सहित कई सफोदपोश लोग आते गए.