दूध, पनीर और सॉस में हो रही मिलावट लोगों की सेहत पर भारी नकारात्मक असर डाल रही है। डॉक्टर्स की मानें तो भसथेटिक दूध और पनीर के कारण गर्भवती महिलाओं की सेहत पर सबसे अधिक नकारात्मक असर पड़ रहा है। जहरीले केमिकल के कारण गर्भपात के मामले बढ़ रहे हैं जबकि डायबीटीज, स्टोन, थायरॉयड की समस्या के अलावा लिवर और किडनी की गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं।
सिविल अस्पताल के फिजिशियन डॉ. वीवी त्रिपाठी ने बताया कि भसथेटिक दूध और पनीर के कारण लिवर और किडनी सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। इस कारण लोगों में गैस की समस्या आम हो गई है जबकि किडनी में स्टोन के मामले भी बढ़ रहे हैं। सिविल अस्पताल के महिला रोग विभाग की डॉ. अर्लिन हिली ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दूध, पनीर आदि के ज्यादा से ज्यादा सेवन की सलाह दी जाती है, लेकिन मिलावट सेहत की जगह गर्भपात का जख्म दे रही है।
डॉक्टर हिली आगे कहती हैं, मिलावट के कारण लगातार गर्भपात के मामले बढ़ रहे हैं जबकि केमिकल के कारण डिलीवरी भी समय से पहले हो रही हैं। इस स्थिति के कारण नवजात शिशुओं में खून की बीमारियां सामने आ रही हैं।