बचपन भी कितना प्यारा होता है। हम हमारा बचपन कभी नहीं भूल सकते। वो पुरानी यादे। वो खेल वो मस्ती कुछ भी नहीं। आपको तो याद ही होगा, बचपन में कभी ‘गोट्टा’ या ‘गोटियां’ खेलते थे। लेकिन क्या यह सोचा था कि एक-डेढ़ दशक बाद फेसबुक जैसी किसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर इस खेल की तस्वीर अचानक नजरों के सामने आ जाएगी? नहीं सोचा था न!
आज हम भी बचपन के ऐसे ही कुछ और खेलों की तस्वीरें आपको दिखने जा रहे है, जो आपको फिर से बच्चा बना देंगी। कितनी लंबी छलांग लगाई थी?अपने बचपन के आउटडोर गेम्स तो यही होते थे।वे गोल-गोल कंचे और कंचों के अंदर की रंगीन दुनिया। छोटी सी बटन को चकरघिन्नी की तरह नचाते थे। कुछ याद आया! बहुत कुछ याद आ गया 🙂