युवाओं में ही क्यों बढ़ रही है बहरेपन की समस्या ?

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पुराने जमाने में बहरेपन की समस्या लोगों को एक उम्र के बाद होती थी। लेकिन आजकल किशोर अवस्था के युवाओं में यह समस्या आमतौर पर देखी जा सकती है। इसकी वजह इयरफोन का अधिक उपयोग, नाइटक्लब, डिस्को और रॉक कंसर्ट आदि जगहों का अधिक उपयोग करना भी हैं।

इस समस्या को टिनीटिस के नाम से जाना जाता है। टिनीटिस में लगातार कान में ऐसी आवाज आती है। जिसका बाहरी माध्यम से कोई मतलब नहीं होता। इस बीमारी से पीडि़त व्यक्ति को कान में घंटी बजने की आवाज आती रहती हैं।

युवाओं को इस समस्या को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। क्योंकि इस समस्या के अधिक शिकार युवा ही हो रहे हैं। लगभग 30 से 40 साल के बीच के युवाओं की सुनने की क्षमता कम होती जा रही हैं।

अत: इस समस्या से बचना है तो इयरफोन का इस्तेमाल कम करें। साथ ही शोर-शराबे वाली जगहों पर ना जाए अगर जाना भी हो तो अधिक समय तक ना रूकें।