पुराने समय में खान-पान मौसम के हिसाब से होता था। इसलिए लोग बीमार कम होते थे। लेकिन वर्तमान समय में किसी के पास समय नहीं हैं। इसलिए जो समय पर मिल जाता हैं वही खाकर काम चला लेते हैं। इसी तरह से बारिश के मौसम में क्या खाना है और क्या नहीं।
वैसे कुछ लोगों का मानना है कि किसी भी मौसम में कुछ भी खा लो क्या फर्क पड़ता हैं। वैसे खाने में तो कोई परेशान नहीं है मुंह में डाला और खा गए पर परेशानी शरीर को होती है और आवश्यक नहीं है कि नतीजा तुरंत सामने आ जाए। कुछ नुकसान लंबे वक्त के बाद सामने आते हैं।
बारिश के मौसम में खासतौर से हाजमे की बीमारियों से जूझना पड़ता हैं। इसकी वजह से पेट फूलना, गैस बनना, डायरिया आदि की समस्या अधिक देखने को मिलती हैं।
ऐसे में इन चीजों को बारिश के मौसम में भूलकर भी ना खाएं। जैसे चने की दाल, मोठ, उड़द, मटर, मसूर, मक्का, आलू, कटहल जैसी वस्तुओं से परहेज रखना चाहिए। रुखा और बासी खाने से परहेज करें। पत्तेदार सब्जियों के साथ दही का उपयोग ना करें।
रात के वक्त दही या छाछ न पिएं। जैम, मुरब्बा, अचार, कलौंजी से बचें। दिन के समय आराम ना करें ना ही ज्यादा मेहनत का काम करें। बारिश का मौसम जब खत्म होने को हो तो तेज मसाले वाली चीजें, बेसन की पकौडिय़ां, तली हुई, खट्टी और गर्म तासीर वाला खानपान न करें।