लंबे समय से फ़रार पूर्व जस्टिस सी.एस. कर्णन गिरफ़्तार

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सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने की सज़ा के मिलने के बाद लंबे समय से फ़रार पूर्व जस्टिस सी.एस. कर्णन गिरफ़्तार कर लिए गए हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें तमिलनाडु के कोयंबटूर से गिरफ्तार किया. सीएस कर्णन को आज चेन्नई की अदालत में पेश किया जाएगा. वह 9 मई से अदालत की अवमानना के मामले में फरार चल रहे थे. सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जस्टिस कर्णन को अवमानना का दोषी क़रार देते हुए 6 महीने कैद की सजा सुनाई थी, मगर ख़ुद को क़ानून के हवाले करने की बजाय कर्णन फ़रार हो गए.

भारतीय न्यायिक व्यवस्था के इतिहास में यह पहला मौक़ा है, जब हाई कोर्ट में विराजमान किसी जज को मानहानि के मामले में सु्प्रीम कोर्ट ने छह महीने जेल की सज़ा सुनाई. जस्टिस कर्णन 12 जून 2017 को अपने पद से रिटायर हो गए थे. कर्णन पर सुप्रीम कोर्ट का शिकंजा उस वक़्त कसना शुरू हुआ, जब उन्होंने हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.

उन्होंने CBI को इस आरोप की जांच करने और रिपोर्ट तैयार कर संसद को सौंपने के लिए कहा था. मगर CJI ने इसे अदालत की अमनानना क़रार देते हुए सात जजों की खंडपीठ ने 10 मार्च को उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया था. 9 मई को सुप्रीम कोर्ट ने कर्णन को 6 महीने जेल की सजा सुनाई थी.