मंदसौर में हिंसक हुआ किसान आंदोलन, कलेक्टर के साथ की मारपीट

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मंदसौर में मंगलवार को किसान आंदोलन के दौरान मारे गए सभी पांचों किसानों का आज (बुधवार) अंतिम संस्कार कर दिया गया. अंतिम संस्कार के बाद किसानों का प्रदर्शन बेकाबू हो गया, किसानों के गाड़ियों में आग लगा दी. फैक्ट्री, वेयर हाउस में भी आग लगा दी. सीतामऊ थाने पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया. किसानों ने सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की. मंदसौर में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है. किसानों के परिजनों ने आज सड़क पर शवों को रखकर चक्का जाम कर दिया था. किसान सीएम शिवराज सिंह चौहान को बुलाने की मांग कर रहे थे. किसानों का कहना था पहले सीएम यहां आएं, फिर शवों का अंतिम संस्कार करेंगे. उधर आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि मौत का बदला लेंगे, मांगे पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने नहीं, सीआरपीएफ ने फायरिंग की.

इससे पहले मंदसौर के कलेक्टर और किसानों के बीच झड़पें हुई. किसानों ने कलेक्टर के कपड़े फाड़ दिए. दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. कलेक्टर किसानों को समझाने गए थे. ज़ी न्यूज से कलेक्टर स्वतंत्र कुमार ने कहा, किसान ज्यादा हंगामा नहीं कर रहे हैं. कुछ अपराधी तत्व हंगामा कर रहे हैं. मंदसौर की स्थिति फिलहाल काबू में हैं. बाहरी लोग किसानों के परिवारों को भड़का रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा, हमने गोली चलाने का आदेश नहीं दिया था. सीएम शिवराज ने मंत्रियों का आपात बैठक बुलाई. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, कांग्रेस किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है. मंदसौर में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है.मंदसौर में जो हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है. शिवराज सिंह ने हमेशा किसानों को प्रोत्साहन दिया.

यहां मंगलवार को किसानों के आंदोलन दौरान हुई फायरिंग में 5 किसानों की मौत हो गई थी. मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से किसान का चल रहा आंदोलन मंगलवार तो हिंसक रूप ले लिया था. आंदोलनकारियों ने राज्य के मंदसौर जिले में कई वाहनों तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सीआरपीएफ पर पथराव भी किया था. जवाब में सीआरपीएफ को गोली चलानी पड़ी और 5 किसानों तथा एक छात्र की मौत हो गई थी.