
GST पर कमल के बोल
दक्षिण भारतीय फिल्मों और बॉलीवुड में अपनी गंभीर और अलग किस्म की एक्टिंग के लिए मशहूर कमल हासन ने कहा है कि जीएसटी से फिल्म उद्योग को काफी नुकसान होने वाला है। उन्होंने कहा है कि जीएसटी के लागू होने से फिल्म इंडस्ट्री बरबाद हो सकती है। एक ओर जहां क्रेंद सरकार ने 1 जुलाई से जीएसटी पूरे देश में लागू कर दिया है। कमल हासन ने वित्त मंत्री अरुण जटेली से गुजारिश की है कि सिनेमा की टिकट पर जीएसटी की दर को 12 से 15 प्रतिशत ही रखा जाये।
बता दें तमिलनाडु में 28 फीसदी से ज्यादा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और 30 फीसदी मनोरंजन कर लगाने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ सभी सिनेमाघर लगातार दूसरे दिन भी बंद रहे। दोहरे कर की मार ने तमिल फिल्म उद्योग को अधर में छोड़ दिया है, जिसके चलते ‘तमिलनाडु फिल्म चैम्बर ऑफ कॉमर्स’ को मजबूरन सोमवार को सिनेमाघरों को बंद करने की घोषणा करनी पड़ी’तमिलनाडु फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल’ के अध्यक्ष अभिनेता विशाल कृष्णा ने कहा कि इस मसले को सुलझाने के लिए सरकार ने एक और दिन मांगा है।विशाल ने बताया, “हमने कल (सोमवार) शाम संबंधित अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने इस मुद्दे पर विचार करने के लिए एक और दिन मांगा है, इसलिए हड़ताल मंगलवार को जारी रहेगी। हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे।”
अभिनेता व फिल्म निर्माता कमल हासन ने सोमवार को कहा, “राज्य में फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को जानबूझकर मुश्किल बना दिया गया है।”राज्य में लगाए गए कर के बारे में हासन ने कहा कि इस व्यवस्था के तहत फिल्म उद्योग को और परेशानी व प्रणालीगत भ्रष्टाचार झेलना है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि पड़ोसी दक्षिण भारतीय राज्यों ने जीएसटी के ऊपर और सिनेमा पर अतिरिक्त कर लगाने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि केरल में फिल्म उद्योग द्वारा मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से अनुरोध किए जाने पर उन्होंने फौरन घोषणा कर दी कि पहले ही कर की मार झेल रहे फिल्म व्यवसाय पर और अधिक कर नहीं लगाया जाएगा। अभिनेता ने कहा कि इस संबंध में फिल्म उद्योग की भलाई को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र ने भी उचित फैसला लिया है।