कई बार लोग शरीर की दुर्गन्ध को दूर करने के लिए ज्यादा साबुन का इस्तेमाल करते है। ऐसा करने से शरीर से दुर्गंध तो मिट जाती है पर कई त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। क्योकि आज जो साबुन बाजार में आते है वो कैमिकल युक्त होते है जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदेय होते है। आइए जानते है, साबुन के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में..
-साबुनों में आमतौर पर ट्रिकलोसन और ट्रिकलोकार्बन जैसे रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनसे सेहत को काफी नुकसान हो सकता है।
-त्वचा विटामिन डी को भीतर सोखे इससे पहले ये साबुन उसे त्वचा से ही हटा देते हैं| कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि हमारी त्वचा को विटामिन डी को भीतर समाने में लगभग 48 घंटे लगते हैं, लेकिन ये सबुन इससे पहले ही उसे हटा देते हैं।
-सरफेक्टेन्ट एक प्रकार का रसायन होता है, जोकि पानी और साबुन का मिश्रण होता है| यह गंदगी को दूर करने का काम करता है| लेकिन इससे त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है और त्वचा खराब हो सकती है।
-सम्पूर्ण शरीर पर झाग लगने से झाग का प्रभाव शरीर के सैक्स वाले नाजुक अंगों पर पड़ती है तथा तेज केमिकल्स होने के कारण अंग इससे बुरी तरह प्राभावित होते हैं।
-योनिगत खुजली, शीतपित, लिंग शोध की खुजलाहट आदि अनेक बीमारियां स्वत: ही ग्रसित कर लेती हैं।