ओबीसी आयोग की रिपोर्ट कैबिनेट में रखे जाने की मांग को लेकर जाटों ने अपना गुस्सा सड़क और रेलवे पर उतारा। जिले में करीब 37 जगहों पर ट्रैफिक और 5 जगह रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। जाटों के आंदोलन की भेंट चढ़ी रेलवे सेवाओं में डीएमयू, बरेली पैसेंजर, उदयपुर-खजुराहों ट्रैन सेवाएं शामिल हैं। इन गाड़ियों को रद्द कर दिया गया है। दिल्ली मुंबई रेल मार्ग की भी कई ट्रैन रोक दी गई है। इनमें मुंबई-अमृतसर और अमृतसर-मुंबई ट्रेनें शामिल हैं। सवाई माधोपुर-मथुरा ट्रैन भी रद्द कर दी गई है। जबकि एक दिन पहले ही जाटों ने भरतपुर में मथुरा-अलवर रेल मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था।
जाटों ने भरतपुर-कुम्हेर मार्ग की कनेक्टिंग लाइन पर ट्रकों की कतार लगा कर चक्काजाम किया हुआ था। जाट सरकार से आरक्षण को लेकर लिखित आश्वासन की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक सरकार आरक्षण पर लिखित में कोई जवाब न दे दे तब तक उससे कोई वार्ता नहीं होगी।
कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार पर धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि दो साल से मंत्री कोरा आश्वासन दे रहे हैं लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि राज्य ओबीसी आयोग ने अपनी रिपोर्ट राजस्थान सीएम वसुंधरा राजे को सौंप दी है। लेकिन अब जाट इस रिपोर्ट को कैबिनेट में रखने की तारीख का ऐलान करने की मांग कर रहे हैं।