गर्मियों का मौसम है छुट्टियों एवं घूमने का लेकिन बढ़ा हुआ तापमान आंखों की कुछ बीमारियां भी लाता है। हम आपको बातने जा रहे हैं आंखों में आने वाली समस्याएं और उनके कुछ उपचार जिनसे आप अपनी आंखों को राहत दे सकते हैं।
1. लाल आंखें( कंजंक्टिवाइटिस)- ये एक संक्रामक रोग है जो कि छूने से फैलता है। इसके प्रमुख लक्षण है आंखे लाल होना, पानी एवं गन्दगी आना इसमें जरुरी है कि हम आँखों के डॉक्टर को दिखाए एवं उनकी सलाह से ही दवाई ले, कभी बिना चिकित्सक सलाह के दवाई न लें।
रोकथाम के उपाय -इसके बचाव की चाबी है स्वयं की स्वच्चछता भीड़भाड़ वाले इलाके में न जाए एक दूसरे के टॉवल, रुमाल, चादर, तकिया शेयर करने से बचें बार बार हाथो को धोये ये बीमारी दूसरे के आँखों में देखने से नहीं फैलती है।
2.आँखों की एलर्जी- गर्मियों में धूल, पोलेन्स एवं प्रदुषण से एलर्जी हो सकती है जिसके लक्षण है आँखों का लाल होना, खुजली आना एवं पानी आना
इसके रोकथाम की उपाय है :
धूल से बचें, काला चश्मा लगाकर बाहर जाये
बार-बार आँखों को साफ पानी से धोएं जिससे की एलर्जी करने वाले कीटाणु साफ हो जाये
बंद पलकों पर बर्फ से सेक करे
यदि व्यक्ति पहले से एलर्जिक है तो आँखों की डॉक्टर को दिखाकर बचाव की दवाई शुरू कर लें
तैरने का शौक है तो चश्मा लगा कर तैरे एवं साफ पानी में ही तैरे
3. आँखों का सूखापन- गर्म एवं सूखे वातावरण की वजह से आँखों से पानी का वाष्पीकरण हो जाता है और आँखों में सूखापन, जलन एवं खुजली हो जाती है
रोकथामः ड़ॉक्टर की सलाह से दवाई डालने से एवं एयर कंडीशन से बचने से इसमें आराम आ जाता है।
4. गर्मियों में अल्ट्रावायलेट किरणों की वजह से नाखूना होना, मोतियबिंद होना एवं परदे की बीमारियाँ हो सकती है।
इनसे बचाव की उपाय है :
-टोपी या छाता लेकर ही धुप में निकले
-काला चश्मा ( जो कम से कम 98′ अल्ट्रावायलेट किरणों को रोक सके) पहने
-सवच्छता का ख्याल रखे
-कोई बीमारी हो तो आँखों की डॉक्टर को जरूर दिखाएं