डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि के 94वें जन्मदिन पर गैरबीजेपी वाले कई दल चेन्नई में इकट्ठा हुए। एक संभावित मोर्चे की झलक के साथ इस समारोह में सबने अपनी-अपनी बात रखी। करुणानिधि का जन्मदिन गैरबीजेपी दलों को एकसाथ आने के एक मौके के तौर पर दिखा। इस अवसर पर राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समान विचारधारा वाली पार्टियां और लोग आरएसएस या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश पर ‘एक विचार थोपने नहीं देंगे।’ राहुल ने कहा, ‘हम कभी भी भारत की एक अरब से अधिक की आवाज को दबाने नहीं देंगे। जब वे अपने हास्यास्पद विचारों को फैलाएंगे, हम चुपचाप खड़े होकर नहीं देखते रहेंगे।’
डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई शीर्ष नेता मौजूद थे। हालांकि स्वास्थ्य कारणों से डीएमके अध्यक्ष खुद मौजूद नहीं थे। पार्टी के हजारों कार्यकर्ता और समर्थक करुणानिधि के विधायक के तौर पर 60 साल पूरे होने और उनके 94 वें जन्मदिन पर कार्यक्रम में उपस्थित हुए। हालांकि, पांच बार मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि खुद अपने गोपालापुरम आवास से बाहर निकल नहीं पाए। स्वास्थ्य कारणों से वह नहीं आ पाए।
करुणानिधि की गैरमौजूदगी को लेकर उनके बेटे और डीएमके कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने पहले ही कह दिया था कि उनके पिता की भागीदारी डॉक्टरों की मंजूरी पर निर्भर करेगी। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी सहित अन्य कई नेता कार्यक्रम में मौजूद थे।